Hindi NewsLocalMpIndoreThe Minister Agreed, The Children Did Not Get The Uniform Due To The Negligence Of The Department, The Officers Gave The Order, But Forgot To Allot The Budget.
इंदौर39 मिनट पहलेलेखक: देव कुण्डल
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पहली से आठवीं तक के 65 लाख विद्यार्थियों की यूनिफॉर्म को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। हद यह है कि स्कूल शिक्षा विभाग आदेश जारी करने के बाद इसके लिए बजट अलॉट करना ही भूल गया। इस वजह से चार महीने तक प्रक्रिया ही आगे नहीं बढ़ पाई। इसके चलते आजादी के अमृत महोत्सव पर भी बच्चों को यूनिफॉर्म नहीं मिल पाएगी।
भास्कर की खबर के बाद स्कूल शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार ने इस लापरवाही की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि अब जल्द बजट जारी कर प्रक्रिया पूरी करेंगे। क्वालिटी सुधारने 75% एडवांस की नीति को बदलते हुए 50% किया जा रहा है। आधी राशि क्वालिटी रिपोर्ट के बाद जारी की जाएगी। दूसरी तरफ राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक धनराजू एस यही कहते रहे कि इस बारे में मुझे कुछ नहीं पता है।
संचालक बोले, सरकार स्तर पर ही लंबित है मामलाउधर, राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक आईएएस अफसर धनराजू एस इस मामले में दो दिन तक जवाब देने से बचते रहे। बुधवार को आखिरकार उनसे बात हुई तो बोले मैं सिर्फ शाम 7 बजे के पहले बात करता हूं। उन्होंने यूनिफाॅर्म के मामले में जिम्मेदारी लेने से बचते हुए सिर्फ इतना कहा कि मामला शासन स्तर पर ही मामला पेंडिंग है।
बाल आयोग ने यूनिफॉर्म की गुणवत्ता पर उठाए सवालबाल आयोग के सदस्य ब्रजेश चौहान ने राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक को पत्र लिखकर यूनिफॉर्म वितरण व निर्माण की खामियां गिनाई हैं। पत्र में उन्होंने लिखा है कि गणवेश के कपड़े बेहद हलके दिए जाते हैं, जिनकी सिलाई भी ठीक नहीं होती।
600 रुपए में कैसे बनेगी दो ड्रेस?राज्य शिक्षा केंद्र ने 65 लाख विद्यार्थियों को दो-दो ड्रेस के लिए 400 करोड़ का प्रावधान किया है। ड्रेस स्व सहायता समूहों द्वारा तैयार की जाएगी। सवाल यह उठता है कि औसत 600 रुपए में यूनिफाॅर्म कैसे बनेगी? छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों की यूनिफाॅर्म फुल साइज होने से उसमें 40% कपड़ा अधिक लगेगा। छात्राओं को जैकेट भी देना होगी।
सीधी बात- इंदरसिंह परमार, स्कूल शिक्षा मंत्री
कोराेना के कारण पैसे नहीं थे विभाग में
दो साल से यूनिफाॅर्म क्यों नहीं मिली? – ऐसा होना तो नहीं चाहिए था। मुझे भी भास्कर से ही इसकी जानकारी मिली है।
पूरे प्रदेश में यूनिफाॅर्म क्यों नहीं बंटी? – मैं इसकी जिम्मेदारी लेता हूं। 2021-22 में कोरोना के कारण पैसा नहीं था। स्कूल कम खुले।
इस सत्र में भी मार्च तक ड्रेस मिलना थी? – हम जल्द ही यूनिफाॅर्म का बजट जारी करा रहे हैं। टेंडर से लेकर यूनिफाॅर्म सिलने तक कुछ महीने तो लगेंगे। जितनी जल्दी हो सकेगा प्रक्रिया पूरी कर बच्चों को यूनिफॉर्म उपलब्ध कराएंगे।
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