शहडोल41 मिनट पहले
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राष्ट्रीय वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत जिले की स्वास्थ्य संस्थाओं में आज हेपेटाइटिस दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें गर्भवती महिलाओं की हेपेटाइटिस बी की जांच कराई गई साथ ही सभी लोगों को हेपेटाइटिस बी का टीका लगवाने के लिए प्रेषित भी किया गया।
जिला अस्पताल में सीएमएचओ डॉ. आरएस पाण्डेय की उपस्थिति में गर्भवतियों की हेपेटाइटिस बी की जांच की गई। लोगों को टीके भी लगए गए। डॉ. पाण्डेय ने कहा कि हेपेटाइटिस बीमारी फैलने के प्रमुख कारण असुरक्षित इंजेक्शन, संक्रमित रक्त, संक्रमित डायलिसिस प्रक्रिया, गोदना, नाक, कान, भेदने के लिए संक्रमित सुई अथवा स्याही का उपयोग और असुरक्षित यौन संबंध हैं। इससे बचाव के लिए रक्त एवं उत्पादों का उपयोग केवल लाइसेंस प्राप्त ब्लड बैंक से करें। सुई, रेजर ब्लेड, टूथ ब्रस तथा टावल आदि साझा नहीं करें। सुरक्षित यौन संबंध बनाएं।
अस्पताल में कराएं प्रसव
हेपेटाइटिस बी से संक्रमित गर्भवती माता द्वारा शिशु को हेपेटाइटिस बी होना प्रमुख कारण है। गर्भवतियों की हेपेटाइटिस बी की रिपोर्ट पॉजिटिव है, तो उनका प्रसव स्वास्थ्य केंद्र पर ही कराना चाहिए। नवजात शिशु को जन्म के 24 घंटे के भीतर हेपेटाइटिस बी का टीका जरूर लगवाना चाहिए। कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम प्रबंधक मनोज द्विवेदी, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. अशुमन सोनारे, मो. साजिद खान, डीसीएम निश्चय चतुर्वेदी, वंदना डोगरे, अभ्यानंद शुक्ला उपस्थित रहे।
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