भोपाल जिपं अध्यक्ष की कुर्सी का फैसला आज: 10 में से 7 सदस्य जीतने से कांग्रेस का दावा, रश्मि-बिजिया प्रमुख दावेदार; उलटफेर भी संभव

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भोपाल17 मिनट पहले

भोपाल जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी का फैसला शुक्रवार यानी, आज हो जाएगा। कुल 10 में से 7 सदस्य जीतने से कांग्रेस का दावा मजबूत है, लेकिन कुर्सी के कई दावेदार होने से उलटफेर होने की संभावना भी है। रश्मि भार्गव और बिजिया राजौरिया प्रमुख दावेदार बताई जा रही हैं, लेकिन ऐनवक्त पर बड़ा उलटफेर होने की संभावना भी बनी हुई है। पिछली बार से सबक लेते हुए कांग्रेसी फूंक-फूंककर कदम रख रहे हैं तो बीजेपी हर एक्टिविटी पर नजर रखे हुए हैं। इधर, कांग्रेस ने बीजेपी पर सदस्यों पर दवाब बनाने का बड़ा आरोप लगाया है और कलेक्टर को आवेदन भी सौंपा है।

जिपं अध्यक्ष की कुर्सी अनारक्षित (महिला) के लिए रिजर्व है। वार्ड-10 से जीती रश्मि भार्गव और वार्ड-3 से बिजिया राजौरिया प्रमुख दावेदार हैं, तो वार्ड-6 से रामकुंवर गुर्जर ने भी दावेदारी ठोंकी है। भार्गव की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है। उनके पति अवनीश भार्गव कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं। पार्टी में कई पदों पर रह चुके हैं। इसके चलते भार्गव कई दिन से सदस्यों को साधने में लगे रहे। अब असली परीक्षा शुक्रवार को होगी। सुबह साढ़े 10 बजे से जिला पंचायत में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की कुर्सी को लेकर प्रक्रिया शुरू होगी।

चुनाव से पहले कांग्रेस का बड़ा आरोपचुनाव से पहले कांग्रेस ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष (ग्रामीण) अरुण श्रीवास्तव ने कलेक्टर अविनाश लवानिया को आवेदन सौंपा है। इसमें बताया गया है कि अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनाव से पहले कांग्रेसी सदस्यों और उनके परिवार वालों पर दवाब बनाया जा रहा है। पूर्व अध्यक्ष मोहन नागर के डंपर जब्त कर लिए गए हैं तो कांग्रेस नेता अवनीश भार्गव को अतिक्रमण की कार्रवाई का डर बताया जा रहा है। वार्ड-7 के सदस्य विनय मेयर पर झूठी पुलिस कार्रवाई की जा रही है।

कांग्रेस ने कलेक्टर को चुनाव को लेकर यह शिकायत की।

कांग्रेस ने कलेक्टर को चुनाव को लेकर यह शिकायत की।

चुनाव में सदस्यों को ही वोट डालने की मांगकांग्रेस ने चुनाव के दौरान सदस्यों द्वारा ही वोट डालने की मांग की है। कहा गया है कि चुनाव प्रक्रिया में किसी भी महिला के नाम से मतदान करने के लिए किसी अन्य को अधिकृत किए जाने की अनुमति नहीं दी जाए। यदि कोई महिला अनुमति मांगती है तो पहले जांच हो। पता लगाया जाए कि संबंधित महिला सदस्य मतदान करने में समर्थ है या नहीं। वह अनपढ़ है या साक्षर।

कलेक्टर को की गई शिकायत में कलेक्टर ने बीजेपी पर दवाब बनाने का आरोप भी लगाया है।

कलेक्टर को की गई शिकायत में कलेक्टर ने बीजेपी पर दवाब बनाने का आरोप भी लगाया है।

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