5 दिवसीय कार्यशाला हुई: बच्चों की भाषा, सामाजिक व भावनात्मक रूप से विकास की क्षमता विकसित हो रही

छतरपुर5 घंटे पहले

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महिला एवं बाल विकास विभाग छतरपुर द्वारा आदर्श आंगनवाड़ियों परिजोजना के तहत डाइट नौगांव में सीडीपीओ, पर्यवेक्षकों व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए 5 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन सम्पन्न हुआ। नीति आयोग की स्मृति गुप्ता ने बताया कि कार्यशाला व परियोजना के तहत जिले की आंगनवाड़ियों के विकास के लिए सभी का उत्साह बढ़ाया गया। आदर्श आंगनवाड़ी परियोजना के तहत 3 वर्षों में जिले की 2058 आंगनवाड़ियों को विकसित करने की योजना है और पहले साल 50 आंगनवाड़ी केंद्रों में प्रमुखता और तेजी से काम किया जा रहा है।

इस परियोजना में बैंगलोर की एजुकेशन फाउंडेशन सहायक संस्था के रूप में जिला प्रशासन के साथ काम कर रही है। बच्चों के विकास के लिए शुरुआती वर्षों में की जाने वाली देखभाल जीवन में नींव का काम करती है। इन्हीं वर्षों में बच्चों के भाषा, सामाजिक व भावनात्मक रूप से विकास की क्षमता सबसे ज्यादा होती है, जोकि आने वाले समय में काफी निर्णायक भूमिका अदा करती है।

जिले के आंगनवाड़ी केन्द्रों में 3 से 6 साल के बच्चों के साथ कहानी, खेलों व गतिविधियों से बच्चों के सीखने की प्रक्रियों को समृद्ध बनाने बातचीत और संवाद किया जाता है। इस परियोजना से 50 केंद्रों के लगभग 2900 बच्चों को फायदा होने वाला है।

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