भोपाल4 घंटे पहले
सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी न हो। अस्पताल की ओपीडी में डॉक्टर को दिखाना हो या जांच करानी हो। दवाओं से लेकर भर्ती होने की व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि मरीज प्रायवेट अस्पताल जाना भूल जाए। अस्पताल की बिल्डिंग हो या साफ सफाई या स्टाफ का व्यवहार अच्छा होना चाहिए। जब भी हम किसी अस्पताल में निरीक्षण करने जाते थे तो बिल्डिंग ठीक नहीं मिलती है इंचार्ज डॉक्टर और स्टाफ कई परेशानियां बताते थे कि पैसा नहीं मिला, कभी मंजूरी नहीं मिली लेकिन इस समस्या का समाधान करने के लिए अब अस्पताल के डॉक्टर के खाते में ही सुधार मद का पैसा ट्रांसफर कर रहे हैं ताकि स्थानीय स्तर पर सुधार के काम कराकर अस्पताल के भवन को व्यवस्थित कर लें। ये बात सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में आयोजित संपूर्ण कायाकल्प अभियान में कही। सीएम ने ACS हेल्थ मो.सुलेमान, हेल्थ कमिश्नर सुदाम खाडे की मौजूदगी में संपूर्ण कायाकल्प अभियान के तहत अस्पतालों में मरम्मत के लिए करीब 66 करोड़ रूपए की राशि सिंगल क्लिक के जरिए अस्पतालों के प्रभारियों के खाते में ट्रांसफर की।
सीएम बोले– खरीदी के नियम बदलकर 6 महीने में बचाए 47 करोड़
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अस्पतालों में अच्छे गुणवत्तायुक्त उपकरण और संसाधन उपलब्ध हो सकें इसके लिए रेट कॉन्ट्रेक्ट के बजाए टेंडर के जरिए खरीदी कराई जा रही है। इसके लिए मप्र हेल्थ कॉर्पोरेशन ने नियमों में बदलाव कर छह महीनों में करीब 47 करोड़ रूपए बचाए हैं। इस बार रेट कॉन्ट्रैक्ट के स्थान पर टेंडर प्रक्रिया अपनाई गई 214 करोड़ रुपए की सामग्री लगभग 166 करोड रुपए में ही आ गई।
दीवाली तक चलेगा अभियान
दीवाली तक सरकारी अस्पतालों की सेहत सुधारने के लिए प्रदेश व्यापी अभियान चलाया जाएगा। सरकारी अस्पतालों की खस्ताहाल बिल्डिंग, खराब उपकरण, फटे पुराने गद्दे, चादर तकिए से लेकर कंडम मशीनें बदली जाएंगी। स्वास्थ्य विभाग अगले तीन महीने दीवाली तक मिशन मोड में काम करेगा, ताकि अस्पताल में डॉक्टरों और स्टाफ को ड्यूटी करने और हेडक्वार्टर पर रुकने में दिक्कत न हो।
कम्प्यूटराइज्ड एक्सरे, USG, सीटी स्कैन मशीनें लगेंगी
संपूर्ण कायाकल्प अभियान के तहत प्रदेश के जिला अस्पतालों, सिविल हाॅस्पिटल, सीएचसी पर जांचों के लिए अत्याधुनिक मशीनें लगाई जाएंगी। इसके लिए विभाग सीटी स्कैन मशीन, कम्प्यूटराइज्ड एक्स-रे, सोनोग्राफी मशीनें खरीदकर लगवाई जाएंगी।
ये मशीनें लगेंगी
सीटी स्कैन- अभी प्रदेश के 43 जिला अस्पतालों और 3 सिविल अस्पतालों में सीटी स्कैन की सुविधा उपलब्ध है। 30 अगस्त तक मंडला और शाजापुर जिला अस्पताल में भी यह सुविधा शुरू हो जाएगी। खंडवा, दतिया और विदिशा जिला अस्पतालों में भी सीटी स्कैन मशीन लगाई जाएगी।
सोनोग्राफी- प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों 19 सिविल अस्पतालों में सोनोग्राफी जांच की सुविधा दी जा रही है। 19 करोड 80 लाख रूपए से 153 यूएसजी मशीनों की खरीदी की जाएगी।
एक्स-रे:- वर्तमान में प्रदेश में कुल 10 अत्याधुनिक डिजिटल रेडियोग्राफी एक्स-रे मशीन और 124 कंप्यूटराइज्ड रेडियोग्राफी मशीनें हैं। इस जांच सुविधा को बढ़ाने के लिए 41 जिला अस्पतालों को डिजिटल रेडियोग्राफी एक्स-रे मशीनें दी जाएगी। सभी सिविल अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को कुल 118 कंप्यूटेड रेडियोलॉजी मशीन दी जाएगी। इसमें 45 करोड रूपए से मशीनें खरीदी जाएगी।
अस्पतालों में आएंगे हाइड्रोलिक बेड
मिशन सेहत के तहत हर जिला अस्पताल को 10, सिविल हॉस्पिटल को 3 और सीएचसी को 2 हाईड्रोलिक बेड दिए जाएंगे। प्रदेश में 37975 बेड के लिए नए चादर, तकिए और गद्दे खरीदे जाएंगे। एक बेड के लिए सात बेड शीट्स खरीदी जाएंगी।
अस्पतालों को मिले कायाकल्प अवार्ड
विदिशा जिला अस्पताल को पहला पुरस्कार
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिला अस्पतालों को स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर संचालन के लिए कायाकल्प अवार्ड दिए। उनमें विदिशा जिला अस्पताल को 50 लाख रूपये का प्रथम पुरस्कार, जिला अस्पताल देवास को 20 लाख रूपये का द्वितीय पुरस्कार और जिला अस्पताल सतना को 10 लाख रूपये का तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। कार्यक्रम में अन्य स्वास्थ्य संस्थाएँ भी पुरस्कृत की गईं। अलग-अलग श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किए गए। इंदौर जिले की कलारिया हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की सीएचओ संगीता दांगी को प्रदेश में पहला पुरूस्कार मिला।
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