सीहोर44 मिनट पहले
कॉपी लिंक
वैक्सीनेशन अमृत महोत्सव अभियान के अंतर्गत 16 अगस्त से डीपीटी एवं टीडी वैक्सीनेशन अभियान के तहत 16 अगस्त से 31 अगस्त 2022 तक डीपीटी 05 वर्ष आयु वाले बच्चों को तथा टीडी वैक्सीन 10 वर्ष तथा 16 वर्ष की आयु वाले किशोर बालक-बालिकाओं को लगाया जाएगा। अभियान की शत सफलता के लिए कलेक्टर चंद्र मोहन ठाकुर ने स्कूलों में विशेष टीकाकरण सत्र आयोजित कर समयावधि में शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा करने के समस्त बीएमओ तथा शहरी टीकाकरण अधिकारी को निर्देश दिए है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुधीर कुमार डेहरिया ने जानकारी दी कि 05 वर्ष की आयु वाले 21 हजार 515 बच्चों को डीपीटी वैक्सीन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें आष्टा विकासखण्ड में 5501, बुदनी 1894, इछावर 2657, नसरूल्लागंज 3778, श्यामपुर 5448 तथा सीहोर शहरी क्षेत्र में 2237 बच्चों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वहीं टीडी 10 वर्ष आयु वाले 21 हजार 389 किशोर-किशोरी जिसमें आष्टा 5489, बुदनी 1773, इछावर 3292, नसरूल्लागंज 4290, श्यामपुर 4828 तथा सीहोर शहरी क्षेत्र में 1717 किशोर-किशोरियों को वैक्सीनेशन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अभियान के अंतर्गत 16 वर्ष की आयु वाले 15 हजार 686 किशोर-किशोरियों को वैक्सीनेट किया जाएगा। जिसमें आष्टा में 4780, बुदनी 1648, इछावर 1980, नसरूल्लागंज 2446, श्यामपुर 2661 तथा सीहोर शहरी क्षेत्र में 2171 किशोर-किशोरियों को वैक्सीनेट किया जाएगा।
क्या है डीपीटी एवं टीडी का टीका
डीपीटी का टीका तीन बीमारियों टेटनस, काली खांसी, और डिप्थीरिया जैसे संक्रामक रोगों से बचाव करता है। वहीं टीडी का टीका एक बूस्टर डोज है जो दो जानलेवा बीमारियों टेटनस और अडल्ट डिप्थीरिया से प्रदान करता है। टिटनेस यह यह एक घातक रोग है जिसमें मांसपेशियों को नियंत्रित करने वाली तंत्रिका कोशिकाएं प्रभावित होती है। इस रोग में मांसपेशियों में ऐंठन अथवा जकड़न होती है एवं जबड़ों में जकड़न हो जाता है जो कि प्राणघातक हो सकता है। वहीं वयस्क डिप्थीरिया यह एक घातक रोग है जिसमें रोगी के गले एवं टॉन्सिल्स में एक सफेद चमकीली झिल्ली बन जाती है जिसे छूने पर खून बहता है। जिसमें व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई, हृदय गति रूकना, लकवा या मृत्यु हो में सकती है। गले में दर्द और बुखार भी होता है।
खबरें और भी हैं…