Hindi NewsLocalMpSingrauliDead Body Thrown In 1200 Feet Deep Ditch In Chhattisgarh Forest; Became A Naxalite, Demanded 10 Lakh Rupees From The Father
देवेंद्र पाण्डेय, सिंगरौली10 मिनट पहले
मध्यप्रदेश के सिंगरौली में 3 युवकों ने एक नाबालिग की हत्या कर दी। आरोपी पहले उसे छत्तीसगढ़ के जंगल में ले गए, फिर उससे लूटपाट की। इसके बाद हाथ-पैर और मुंह बांधकर 1200 फीट गहरी खाई में फेंक दिया। हत्या के बाद खुद को नक्सली बताते हुए नाबालिग के पिता को कॉल कर फिरौती भी मांगी। पुलिस ने पड़ताल की तो नाबालिग का दोस्त ही वारदात का मास्टरमाइंड निकला।
विंध्यनगर थाना इलाके की सिम्पलेक्स कॉलोनी में रहने वाले 16 साल के अरमान रकीब अहमद की महीनेभर पहले ही श्याम कार्तिक बैस (22) से दोस्ती हुई थी। अरमान के पिता रकीब अहमद कोल ब्लॉक की एक आउटसोर्स कंपनी में काम करते हैं। अरमान तीन बहनों का इकलौता भाई था। माता-पिता उसकी हर जिद पूरी करते थे। आरोपी श्याम कार्तिक बैस ने अरमान के पास महंगी बाइक (KTM Duke), मोबाइल और खर्चे देखकर दोस्ती की थी।
इसके बाद श्याम कार्तिक ने ही अरमान की हत्या की साजिश रची। पुलिस ने उसके साथ रामकया बैस (22), निवासी छत्तीसगढ़ और अमरेश कुमार बैस (25), निवासी सिंगरौली को गिरफ्तार किया है।
अरमान तीन बहनों का इकलौता भाई था।
कट्टा दिलाने के लिए ले गए थे छत्तीसगढ़सिंगरौली एसपी बीरेंद्र सिंह ने बताया कि श्याम कार्तिक ने रुपयों के लालच में छत्तीसगढ़ में रहने वाले अपनी बुआ के बेटे और दोस्त के साथ मिलकर अरमान को किडनैप करने की साजिश रची। अरमान ने श्याम कार्तिक से कट्टा लेने की बात कही थी। इस पर श्याम कार्तिक ने कहा कि उसका भाई रामकया उसे छत्तीसगढ़ में कट्टा दिलवा देगा। दोनों 17 अगस्त को कट्टा लेने के लिए अरमान की बाइक से छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के ग्राम बांक पहुंचे। श्याम कार्तिक ने रामकया और अमरेश को वहां बुलाया।
अरमान पिता रकीब अहमद।
1200 फीट गहरी खाई में फेंक दियातीनों आरोपी अरमान को जंगल में झनझन कुंड के पास ले गए। उन्होंने उससे रुपए, मोबाइल और बाइक छीन ली। जब तीनों आरोपियों को लगा कि अरमान पुलिस को सब बता देगा तो उन्होंने उसके हाथ-पैर और मुंह बांधकर खाई में धक्का दे दिया। करीब 1200 फीट नीचे कुंड (पानी की धार) में गिरने से अरमान की मौत हो गई। पुलिस को शक न हो इसलिए उसकी बाइक को मकरोहर के जंगल में छिपा दिया।
पिता से मांगे 10 लाख रुपएवारदात के दो दिन बाद यानी 19 अगस्त को आरोपियों ने अरमान के पिता को उसी के नंबर से कॉल किया। इसमें कहा कि हम नक्सली हैं। हमारे बताए हुए पते पर 10 लाख रुपए लेकर आ जाओ, नहीं तो बेटे का का शव बोरे में मिलेगा। अरमान के पिता रकीब अहमद ने इस बारे में तुरंत पुलिस को जानकारी दी। दरअसल, अरमान 17 अगस्त को अपने घर से बाइक लेकर बाजार के लिए निकला। देर रात तक घर नहीं आया। कॉल करने पर उसका मोबाइल भी बंद आया, परिजनों ने उसको रिश्तेदारों और मिलने वालों के यहां तलाश किया, लेकिन वह नहीं मिला। इसके बाद विन्ध्यनगर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस ने रविवार को पूरे मामले का खुलासा किया।
CCTV खंगालने पर मिला क्लूएसपी बीरेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने शहर में लगे करीब 40 से अधिक सीसीटीवी खंगाले। इसमें अरमान अपने दोस्त श्याम कार्तिक बैस के साथ बैढ़न से मकरोहर की तरफ जाते हुए दिखा। पुलिस ने सबसे पहले उसके दोस्त को हिरासत में लिया। उससे पूछताछ की तो श्याम कार्तिक ने कहा कि वह शाम तक अरमान के साथ था। उसके बाद वह कहां गया, उसे नहीं पता। पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने लूट व हत्या के सारे राज खोल दिए। इसके बाद रविवार को झनझन कुंड की 1200 फीट की खाई से अरमान का शव बरामद किया।
मां और बहन बोलीं- आरोपियों को फांसी देंवारदात के बाद से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। बेटे की मौत की खबर सुनकर मां बिलख रही है। उन्होंने कहा कि बेटे की मौत के बदले आरोपी की मौत चाहिए। उन्हें फांसी दी जानी चाहिए। अरमान की बहन सानिया ने कहा कि भाई को मारने वाले को जीने का हक नहीं।
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