Hindi NewsLocalMpBhopalHalf Of Bhopal Remained Black Out; 7 People Trapped In Flood In Bandauri Will Be Rescued Today
भोपाल32 मिनट पहले
मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश राजधानी भोपाल में हो रही है। यहां लगातार 60 घंटे से पानी गिर रहा है। जिससे शहर और पूरे जिले में हालात बिगड़ गए है। सड़कों और कॉलोनियों में पानी भर गया है। लगातार बारिश से आम जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
इधर भोपाल के बंदौरी गांव में 7 लोग बाढ़ में फंस गए। सोमवार को अंधेरा होने की वजह से उनका रेस्क्यू रोक दिया गया, अब आज (मंगलवार) रेस्क्यू किया जाएगा। इन 7 लोगों में 3 बच्चे हैं। चूंकि, वे सुरक्षित हैं और रेस्क्यू टीम उनके साथ है। इसलिए रात में रेस्क्यू नहीं करने फैसला लिया गया। इधर, दामखेड़ा और सर्मधा टोला के निचले इलाकों में कलियासोत नदी का पानी भरने से करीब 200 लोगों को स्कूलों में शिफ्ट किया गया है। कलियासोत, केरवा और भदभदा डैम अभी भी ओवरफ्लो चल रहे हैं।
इधर सोमवार को दिनभर तेज बारिश से कई कॉलोनियों में पानी भर गया, हालांकि सोमवार रात को बारिश कुछ थमी, लेकिन लोगों की परेशानियां कम नहीं हुईं। कई इलाकों में रातभर पानी भरा रहा, तो कई लोग सहमे रहे। जाटखेड़ी स्थित जीवी विला सोसायटी में 27 परिवार पानी में रातभर फंसे रहे। नाला उफान पर होने से ग्राउंड फ्लोर डूब गया। यहां रहने वाले केके सिंह ने बताया कि कॉलोनी के पीछे नाला है, जिससे पानी की निकासी बंद होने के कारण कॉलोनी में पानी भर गया। रातभर बिजली भी नहीं होने से परेशानी रही।
अयोध्या बायपास स्थित इको ग्रीन सिटी में भी 150 घरों में पानी भरा रहा। रहवासी जय सिंह ने बताया कि बारिश ने खासा नुकसान किया है। इलेक्ट्राॅनिक सामान खराब हो गए। खाने-पीने का सामान भी बर्बाद हो गया। लोग फर्स्ट फ्लोर पर ही फंसे रहे। शाहपुरा इलाके में इंडस एम्पायर में 20 से ज्यादा मकान रातभर पानी में डूबे रहे। सोमवार को यहां से 18 परिवारों को रेस्क्यू किया गया था।
भोपाल के बंदौरी गांव के बारिश में फंसे लोगों को सोमवार को बचाया गया। 7 लोगों का रेस्क्यू मंगलवार को किया जाएगा।
हिंगोनी और जनकपुरी बने टापू, 300 लोग फंसेबैरसिया तहसील के हिंगोनी और जनकपुरी गांव बारिश के कारण टापू बन गए। पानी लगातार बढ़ने के बाद लोग घरों की छतों और ऊंचाई वाली जगह पर पहुंच गए। करीब 300 लोग रातभर फंसे रहे। स्थानीय जनप्रतिनिधि राजू यादव लगातार लोगों को पानी से निकालने में लगे रहे। लोगों का बोट के जरिए रेस्क्यू किया जा रहा है। वहीं, पुलिस और प्रशासन का अमला भी पूरी रात डटा रहा।
ग्राम हिंगोनी और जनकपुरी बारिश के कारण टापू बन गए हैं। लोग रातभर परेशान होते रहे।
कई इलाकों में पूरी रात बिजली गुलशहर के तुलसीनगर, अवधपुरी, होशंगाबाद रोड, कोलार, रायसेन रोड, अयोध्या बायपास, करोंद, भेल, शिवनगर समेत कई इलाकों में रातभर बिजली गुल रही। इससे लोग अपने मोबाइल का चार्ज नहीं कर सके। वहीं, उन्हें जानवरों का खतरा भी बना रहा। रविवार रात में तेज बारिश और तूफान के कारण 500 से ज्यादा पेड़ गिर गए थे। अधिकांश पेड़ बिजली की लाइन और पोल पर गिरे। इससे बिजली व्यवस्था ठप हो गई। बिजली न होने से मंगलवार को शहर में पानी की सप्लाई भी प्रभावित होगी।
शहर में बारिश के कारण जलभराव और पेड़ गिरने की घटनाएं हुईं। इसके चलते महापौर मालती राय कंट्रोल रूम पर पहुंची थीं। उन्होंने बारिश से बने हालात का जायजा लिया।
डैम अभी भी ओवरफ्लोकलियासोत डैम के सभी 13, भदभदा के सभी 11 और केरवा के सभी 8 गेट खुल चुके हैं। बड़ा तालाब का लेवल बढ़ने के बाद सोमवार को क्रूज भी आधा डूब गया था। रात में डैमों का जलस्तर कुछ कम हुआ। बावजूद उफान कम नहीं हुआ।
200 से ज्यादा कॉलोनियों में भरा पानी
राजधानी के कोलार में सबसे ज्यादा पानी भरा हुआ है। ललिता नगर और नयापुरा की 50 से ज्यादा दुकानों पर एक से दो फीट तक पानी भर गया है। बावड़िया कलां, दानिशकुंज, मंदाकिनी, शाहपुरा, करौंद, भानपुर, शिवनगर छाेला, ऐशबाग, चांदबड़ बजरिया, अशोका गार्डन, टीला जमालपुरा, महामाई का बाग, जगदीशपुर, इस्लामनगर, ईंटखेड़ी, पटेल नगर, आनंद नगर, मिसरोद, बागसेवनिया, बाग मुगलिया, दानिश नगर, अरेरा कॉलोनी, नेहरू नगर, गोमती कॉलोनी, इंद्रपुरी, आकृति इको ग्रीन सिटी, नीलबबड़, रातीबड़ समेत 200 से ज्यादा कॉलोनियों में घरों में पानी घुस गया है। यहां के हाल बेहाल होने से कई लोग दूसरी जगह शिफ्ट हो रहे हैं।
भोपाल नगर निगम ने जारी किए नंबर
नगर निगम द्वारा केंद्रीय कर्मशाला माता मंदिर में आपदा नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। यहां 24 घंटे अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहेंगे। नगर निगम ने लोगों की सहायता के लिए 0755-2542222, 2540220 और 2701401 नंबर जारी किए हैं। सूचना मिलते ही कर्मचारी मदद के लिए पहुंचेंगे।
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