Hindi NewsLocalMpIndore Khandwa Link Lost; The Boat Sailed In Vidisha; Elderly Death Due To Lack Of Treatment In Mandsaur
भोपाल3 घंटे पहले
मध्यप्रदेश में तीन दिन से बारिश हो रही है। भोपाल में दोपहर 2.30 बजे फिर तेज पानी गिरा। थोड़ी देर बार ही बारिश थम गई। प्रदेश में 36 इंच का कोटा पूरा हो चुका है। लगातार बारिश के कारण मंदसौर के गांधी सागर बांध के 19 गेट खोल दिए गए हैं। गेट खुलने के बाद मध्यप्रदेश से लेकर राजस्थान के कोटा तक अलर्ट जारी किया गया है। इधर, मुरैना में चंबल नदी डेंजर जोन में पहुंच गई है। राजस्थान के कोटा बैराज डैम के 16 गेट खोले गए हैं। इससे चंबल नदी में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। यहां 200 गांवों के डूबने का खतरा पैदा हो गया है। भारी बारिश के बाद रायसेन जिले के सभी नदी तालाब उफान पर आ जाने से कई रास्ते बंद हो गए वहीं कई गांव का शहर से सड़क संपर्क टूट गया। रायसेन विदिशा मार्ग पर 4 फुट पानी आने से रास्ता बंद है। 150 गांव बाढ़ से घिर हैं।
इधर नर्मदापुरम जिले के इटारसी-बैतूल मार्ग के मध्य स्थित सुखतवा पुल पर बैली ब्रिज के निर्माण पूरा होने तक आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया है। भारी बारिश होने की वजह से तवा नदी के बैक वाटर से सुखतवा पुल का अस्थाई मार्ग डूब जाने से बंद हो जाता हैं। डिप्टी कलेक्टर नर्मदापुरम मनोज सिंह ठाकुर ने बताया है कि अब वाहन नर्मदापुरम से इटारसी, जुझारपुर, हिरनखेड़ा, धर्मकुंडी, भीलटदेव, सिवनी मालवा से होकर टिमरनी, ढेकना, जिला नर्मदापुरम से चिचोली, जिला बैतूल से होते हुए जिला बैतूल पहुंच सकेंगे।
इटारसी-बैतूल मार्ग पर सुखतवा के पास आवागमन बंद कर दिया गया है।
मंदसौर में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से एक बुजुर्ग को इलाज नहीं मिल सका और उसकी मौत हो गई। मामला जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर ग्राम अरनिया निजामुद्दीन का है। जहां नाले पर पानी होने से बुजुर्ग को समय पर इलाज नहीं मिल पाया। मौत के बाद भी मुसीबतें खत्म नहीं हुई, बुजुर्ग के अंतिम संस्कार के लिए ग्रामीण उफनते नाले से पानी उतरने का इंतजार करते रहे। लेकिन उनका इंतजार खत्म नहीं हुआ। आखिरकार लोग उफनते नाले के बीच से ही शव यात्रा निकालकर शव को श्मशान घाट तक ले गए।
मंदसौर में शिवना नदी उफान पर है। मंगलवार सुबह फिर शिवना का पानी पशुपतिनाथ मंदिर में प्रवेश कर गया। गर्भगृह में पानी जाने से भोलेनाथ के चार मुख डूब गए थे।
16 साल बाद भोपाल में अगस्त में 1 दिन की सबसे ज्यादा बारिश हुई। भोपाल में 36 घंटे में ही साढ़े 14.18 इंच बारिश हो गई। राजधानी में अब तक 65 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। रतलाम में रातभर में 6 इंच बारिश हो चुकी है। यहां मंगलवार को भी भारी बारिश हुई। नर्मदापुरम में नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। विदिशा में भारी बारिश के कारण सड़कों पर नाव चलानी पड़ी। करीब 2000 हजार लोग बाढ़ से घिर गए। मंदसौर में रातभर से बारिश हो रही है। राजगढ़ में भारी बारिश से एक मकान गिर गया। मलबे में दबने से एक महिला की मौत हो गई। देवास जिले के एडिशनल एसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि नेमावर में नर्मदा नदी खतरे के निशान से 6 फीट ऊपर बह रही है, फिलहाल स्थिति सामान्य है।
सिंध नदी पर पुल बहा, डबरा का ग्वालियर से संपर्क टूटा
डबरा का भितरवार में बड़गोर गांव के पास सिंध नदी पर बना पुल पानी के तेज बहाव में बह गया। उसके ऊपर की स्लैब टूट गई, तो एप्रोच रोड भी पूरी तरह से टूट गई। इस पुल के टूट जाने की वजह से ग्वालियर, दतिया और शिवपुरी जिले का संपर्क टूट गया है। इधर, आलोट में रविवार सुबह से हो रही झमाझम बारिश के चलते कई कॉलोनियों और घरों में पानी भर गया। आलोट से कई गांवों का संपर्क कट गया।
इंदौर-खंडवा का सड़क संपर्क टूटा
इंदौर-इच्छापुर मार्ग पर नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद मोरटक्का पुल से आवागमन बंद कर दिया गया है। इसके बंद होने से इंदौर-खंडवा का सड़क संपर्क टूट गया है। पुल पर पुलिस बल तैनात किया गया है।
मंदसौर में शिवना नदी उफान पर
मंदसौर में शिवना नदी उफान पर है। मंगलवार सुबह एक बार फिर शिवना का पानी पशुपतिनाथ मंदिर में प्रवेश कर गया। गर्भगृह में पानी जाने से भोलेनाथ के चार मुख डूब गए।
आज भोपाल-इंदौर में गरज के साथ बिजली गिरने की चेतावनी
धार, आलीराजपुर, झाबुआ और रतलाम जिले में बारी बारिश की संभावना है। भोपाल संभाग, इंदौर संभाग, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, चंबल, ग्वालियर, शहडोल, रीवा, जबलपुर और सागर में गरज के साथ बिजली गिरने की चेतावनी है।
आइए अब बताते हैं भारी बारिश वाले जिलों के हाल…
विदिशा में बाढ़ से बुरे हाल हो गए हैं। बेतवा नदी की बाढ़ से नटेरन के गांव में पानी घुस गया। प्रशासन की टीम ने लोगों को रेस्क्यू कर दूसरी जगह शिफ्ट किया है।
विदिशा में 2000 लोग बाढ़ से घिरे
दिनभर में हुई करीब 8 इंच बारिश से बेतवा खतरे के निशान से तीन फीट ऊपर बह रही है। नदी का पानी शहर समेत गांवों में घुस गया है। रामलीला क्षेत्र में 8 फीट पानी भरने से करीब 40 दुकानों में पानी घुस गया। रायपुरा बस्ती, जानकी नगर, बक्सरिया क्षेत्र में भी 4 से 5 फीट पानी भरा हुआ है। इससे सड़कों पर नाव चलाकर लोगों को रेस्क्यू किया गया। बाढ़ से करीब 2000 लोग प्रभावित हुए हैं। टीम ने बीमार महिला के साथ सुबह एक परिवार के 6 बच्चों को रेस्क्यू किया। 40 से अधिक गांवों से लोगों को बाहर निकालने का काम देर रात तक जारी रहा। चार टीमों ने अब तक 200 लोगों का रेस्क्यू किया है। विदिशा नगरपालिका का फिल्टर प्लांट पानी में डूब गया है। जिसके कारण शहर में मंगलवार शाम को होने वाली पेयजल सप्लाई नहीं हो सकेगी।
विदिशा में बेतवा नदी उफान पर है। इससे कई गांवों में पानी घुस गया है। प्रशासन की चार टीमों ने अब तक 200 लोगों का रेस्क्यू किया है।
मंदसौर में लोगों को रिसॉर्ट में ठहराया जा रहा
मंदसौर जिले के अशोकनगर, खानपुरा, शनि विहार, पशुपतिनाथ मंदिर एरिया में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। इसके अलावा फोरलेन हाईवे से सटे फतेहगढ़ गांव में चार से 5 फीट तक पानी भरा गया है। रेस्क्यू टीम बचाव कार्य में जुटी है। नगर पालिका अध्यक्ष ने बताया कि लोगों को रिसॉर्ट में ठहराया जा रहा। पानी निकालने के लिए मोटर पंप की व्यवस्था की गई है। 8 PHOTOS में बारिश के बाद मंदसौर का मंजर
विदिशा में 28 लोगों का हेलिकॉप्टर से किया रेस्क्यू
विदिशा के गड़ला ग्राम पंचायत के मुड़ियाखेड़ा में 28 ग्रामीणों का एयरफोर्स के हेलिकाप्टर से सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। वहीं अशोकनगर के सांवलहेड़ा में SDERF ग्वालियर ने 8 और गुना जिले के ग्राम उपरी में दो दिन से फंसे 6 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
रायसेन में 163 गांव बाढ़ से घिरे
प्रदेश के 14 जिले तेज बारिश से बेहाल रहे। 10 जगह पांच इंच से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड हुई है। इनमें भोपाल के बाद सबसे ज्यादा बारिश राजगढ़ के ब्यावरा में 13.96 इंच हुई। सबसे खराब स्थिति रायसेन, अशोकनगर, गुना की है। रायसेन के 163 गांव बाढ़ के पानी में घिर गए हैं। नदी-नाले उफनने से रायसेन का भोपाल-सागर से सड़क संपर्क टूट गया है। भोपाल की बैरसिया तहसील अंतर्गत आने वाले हिंगोनी और जनकपुरी गांव टापू बन गए हैं। पानी लगातार बढ़ रहा है।
ज्यादा बारिश वाले जिलों के हाल…
इंदौर में 36 घंटे रुक-रुककर बारिश
प्रदेश के अन्य शहरों में जहां तेज बारिश का दौर है वहीं इंदौर में पिछले 36 घंटे में रुक रुककर बारिश होती रही। इस दौरान आधा इंच से ज्यादा बारिश हुई है। इस तरह अब तक 35 इंच बारिश हो चुकी है जबकि औसत बारिश का आंकड़ा 36.6 इंच है। पूरी रात रिमझिम, अब तेज बारिश की आशंका; अब तक 35 इंच, औसत से डेढ़ इंच पीछे
गुना में पुल डैमेज, रेल यातायात बंद
गुना में जिले के कुंभराज इलाके में पुल डैमेज होने से रेल यातायात ठप हो गया है। इंदौर जाने वाली ट्रेन को गुना के रुठियाई में रोक दिया गया है। ट्रेनों को भी डायवर्ट किया गया है। ग्वालियर संभाग कमिश्नर और IG भी कुछ समय मे गुना पहुंचने वाले हैं। प्रशासन ने आपात स्थिति को देखते हुए शासन से हेलिकॉप्टर की मांग भी की है। लगभग 250 ग्रामीण अलग-अलग जगह फंसे; शासन से हेलीकॉप्टर मंगाया; रेल यातायात प्रभावित
बारिश से शिप्रा नदी उफान पर
उज्जैन और आसपास के इलाकों में रविवार रात से शुरू हुई बारिश मंगलवार सुबह तक जारी रही। शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ा है, लेकिन घाटों तक ही है। घाटों पर स्थित कई मंदिर बढ़ते जलस्तर के कारण डूब गए। घाटों पर भी होमगार्ड के जवानों की तैनाती कर दी गई है। बारिश 24 घंटे से जारी, रामघाट स्थित मंदिर डूबे
उज्जैन में शिप्रा नदी के उफान पर आने से मंदिर और घाट डूब गए।
सागर : विदिशा रोड तीन घंटे बंद रहा
जिले में सुनार और धसान नदी उफान पर है। राहतगढ़, खुरई के प्रमुख मार्ग बंद रहे। सागर-विदिशा मार्ग पर बावना नदी दिनभर चढ़ी रही। सागर के जैसीनगर में 7.4 इंच बारिश हुई। मुश्किलों की बारिश:कछयाना मोहल्ले में 10 साल में भी नहीं बनी नालियां, नतीजा- 40 मकानों में रातभर भरा रहा 2 फीट पानी
सीहोर : एक दर्जन गांवों में अलर्ट
5 इंच बारिश होने से नर्मदा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। 15 गांवों को अलर्ट कर दिया गया है। प्रशासन ने बुदनी के सोमलवाड़ा गांव को खाली करा दिया है।
खंडवा में ओंकारेश्वर डैम के 18 गेट खोले
खंडवा के ओंकारेश्वर बांध के 18 गेट खोल दिए गए हैं। बाढ़ नियंत्रण प्रकोष्ठ ओंकारेश्वर पावर स्टेशन से प्राप्त सूचना के आधार पर गेटों की ऊंचाई बढ़ाई गई। इसके तहत 18 गेट से पानी छोड़े जाने का कार्य बांध प्रबंधन कर रहा है। जिसमें करीब 10 हजार क्यूमेक्स पानी की निकासी होगी। 10 हजार क्यूमेक्स पानी होगा प्रवाहित, बांध के साथ पावर हाउस से भी छोड़ा का रहा पानी VIDEO
नदी के पानी से रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त, इंदौर-कोटा मार्ग बंद:यात्री बोले- 3 घंटे से स्टेशन पर बैठे हैं, कब घर पहुंचेंगे कुछ पता नहीं; 9 ट्रेनों का मार्ग बदला
नीमच की बाढ़ में बह गया बच्चा
नीमच में एक 7 साल का बालक ईदर नदी की बाढ़ में बह गया। मनासा थाना क्षेत्र के गांव सुंडी का बालक पंकज पिता अनिल गरासिया दोस्तों के साथ बाढ़ देखने गया था। इसी दौरान उसकी चप्पल बहने लगी, जिसे पकड़ने के चक्कर में बालक भी नदी में गिर गया। कुछ युवकों ने उसे बचाने के लिए तत्काल छलांग भी लगा दी। बच्चे को बचाया नहीं जा सका। प्रशासन की टीम उसकी तलाश कर रही है। देखिए वीडियो
भिंड जिले में सिंध में फिर बाढ़
भिंड जिले में एक साल बाद फिर बाढ़ के हालात बन गए हैं। सिंध नदी के किनारे के 20 गांव में बाढ़ के हालात बनने लगे हैं। भारौली समेत कुछ गांवों के लोगों ने सतर्कता बरतते हुए घरों का सामान समेटकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचना शुरू कर दिया है। सिंध का पानी देख डरे गांव वाले, गृहस्थी का सामान समेट कर सुरक्षित स्थान पर पहुंच रहे
गर्भवती महिला को जेसीबी से पार करवाया नाला:उफनते नाले के एक छोर पर फंसी एंबुलेंस, विधायक और लोगों ने बुलडोजर में दूसरी एंबुलेंस तक पहुंचाया
पानी उतरने के इंतजार में बुजुर्ग की मौत हो गई:4 फीट भरे नाले से होकर निकली शव यात्रा, सालों से लोग पुल बनवाने की मांग कर रहे है
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