श्योपुर जिले में पार्वती व चंबल से बाढ़: 50 से अधिक गांव पानी से घिरे, दो हजार लोगों का किया रेस्क्यू; हेलिकाॅप्टर से पहुंचाया भोजन

Hindi NewsLocalMpSheopurMore Than 50 Villages Surrounded By Water, 500 People Were Rescued; Food Delivered By Helicopter

श्योपुर15 मिनट पहले

कॉपी लिंक

राजस्थान के कोटा बैराज से सप्ताह भर से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इससे चंबल बुधवार को भी खतरे के निशान से ऊपर रही। पार्वती नदी में भी उफान है। चंबल और पार्वती नदी किनारे बसे 50 से ज्यादा गांव बाढ़ में बुरी तरह प्रभावित हैं। बुधवार को मदद के लिए इंडियन एयरफोर्स का हेलिकॉप्टर भी बुलवाना पड़ा।

इससे पहले जिले में प्रशासन को एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीमों द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन कर 2 हजार से ज्यादा लोगों को गांवों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा चुका है। इसके बाद भी अभी हालात संभलते नहीं दिखे। हेलिकॉप्टर से बाढ़ग्रस्त इलाकों में लोगों को भोजन के पैकेट सहित अन्य सामग्री उपलब्ध कराई। कोटा-बैराज से आज दोपहर बाद भी 270244 क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया गया है। जिला प्रशासन बाढ़ग्रस्त इलाकों में राहत और बचाव कार्य में जुटा है।

खतरे के निशान के पार बह रही चंबल

रविवार को मध्यप्रदेश के विभिन्न हिस्सों के सहित राजस्थान में भारी बारिश श्योपुर के लिए आफत बनकर टूट पडी हैं। यहां बीते दो दिनों से बारिश का दौर थम गया है। श्योपुर का राजस्थान के कोटा-बारां, श्योपुर-सवाई माधोपुर से सड़क संपर्क कटा है। कोटा बैराज से लगातार पानी का प्रवाह होने से चम्बल खतरे के निशान को पार कर दो दिन से कहर बरपा रही है। जिले में चम्बल नदी किनारे बसे दांतरदा, जैनी, सामरसा, सिरसौद, जवासा, मुदाला पाडा, साडा का पाडा, बिचपुरी बाढ़ की चपेट में हैं।

पार्वती नदी किनारे के जलालपुरा झोपड्या, सूंडी, इच्छनाखेडली सहित अन्य गांवों में भी बाढ़ है। जिला प्रशासन द्वारा इन गांवों से अब तक 2000 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है। बाढ़ के पानी के कारण हालात अभी काबू में नहीं आ सके हैं। कोटा बैराज से डिस्चार्ज किए जा रहे पानी की आवक जारी है।

बिचपुरी गांव से प्रसूता और नवजात का रेस्क्यू

दांतरदा क्षेत्र के बिचपुरी गांव में बाढ के बीच फंसी प्रसूता रीना जाट और उसके दो दिन के बच्चे को होमगार्ड की टीम ने नाव के सहारे रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। इच्छनाखेडली और सामरसा गांव से भी दर्जनों लोगों का रेस्क्यू किया गया है।

हेलिकॉप्टर ने एक दर्जन गांवों में पहुंचाया भोजन

बाढ़ से प्रभावित दर्जनों गांवों में खाने पीने की किल्लत पैदा होने के बाद प्रशासन द्वारा फूड पैकेट बांटने के लिए हेलिकॉप्टर बुलाया गया है, स्थानीय वीर सावरकर स्टेडियम पर महिला बाल विकास अधिकारी ओपी पांडेय ने बताया कि सेना के हेलिकॉप्टर से बाढग्रस्त करीब एक दर्जन गांवों में बिस्किट, पानी की बोतल, भोजन के पैकेट सहित अन्य सामग्री पहुंचाई।

इनका कहना है

कलेक्टर शिवम वर्मा ने बताया कि जिले के चंबल और पार्वती नदी किनारे बसे गांवों में हाई अलर्ट जारी कर मैदानी अमले को राहत और बचाव कार्य में लगाया है। अब तक करीब 2 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाकर उनके लिए शिविर में खाने पीने की व्यवस्था भी मुहैया कराई गई है। होमगार्ड के साथ ही एसडीआरएफ की पांच टीमें मौके पर कार्य कर रही हैं। वायुसेना से भी मदद ली गई है। कोटा-बैराज से डिस्चार्ज किए जा रहे पानी को लेकर पल पल की जानकारी जुटाई जा रही है।

खबरें और भी हैं…

error: Content is protected !!