भोपाल6 घंटे पहले
धार के कारम डैम का मामला ठंडा भी नहीं हुआ कि भोपाल के बैरसिया ब्लॉक के डुंगरिया गांव में बने बांध में दरार आ गई है। इसे देखकर बांध किनारे के गांवों में रहने वाले लोग दहशत में हैं। डुंगरिया के सरपंच ने विभागीय इंजीनियर को जानकारी दी, तो उन्होंने टाल दिया। बाद में सरपंच गंगाराम प्रजापति ने जल संसाधन विभाग के एसडीओ से शिकायत की है।
ग्रामीणों की मानें, तो गरेठिया जलाशय के बंधान में दरार आने की शिकायत के बाद जल संसाधन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने काली मिट्टी डलवाकर दरार भर दी है। ग्रामीणों का कहना है कि दरार इतनी बड़ी और गहरी है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
डैम के चौकीदार ने दी सूचना
बैरसिया के डुंगरिया गांव के ऊपरी क्षेत्र में बने गरेठिया जलाशय में गुरुवार को करीब 15 से 20 फीट की दरार पड़ गई। इसकी सूचना डैम के चौकीदार ने ग्राम पंचायत डुंगरिया के सरपंच गंगाराम प्रजापति को दी। सरपंच के अनुसार उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन मौके पर उस दिन कोई नहीं पहुंचा। सरपंच का कहना है कि जब उन्होंने सब इंजीनियर को जानकारी दी, तो सब इंजीनियर ने सुबह आकर देख लेने की बात कही।
दूसरे दिन कुछ ग्रामवासियों के साथ सरपंच जब वहां पहुंचे, तब भी जिम्मेदार नहीं पहुंचा। जब बैरसिया एसडीएम आदित्य जैन को जानकारी मिली, ताे वे मौके पर पहुंचे। सिंचाई विभाग के आला अधिकारी कर्मचारियों को फोन पर फटकार लगाई। कुछ समय बाद सब इंजीनियर जेके शर्मा डैम पर पहुंचे। डेम में पड़ी दरार के सुधार कार्य के लिए आनन-फानन में 10 से 12 ट्राॅली मिट्टी से उस दरार को बंद किया, लेकिन डैम की दरार के चलते ग्रामीण दहशत में हैं।
काली मिट्टी डालकर करा रहे रिपेयर
ग्रामीणों की मानें, तो बांध में आई दरार को भरने के लिए अधिकारियों ने 10- 15 ट्रॉली काली मिट्टी डलवाई है। इस मिट्टी को मजदूरों के जरिए कूटकर दरार भरी जा रही है। अधिकारी भले इसे सामान्य घटना मान रहे हों, लेकिन ग्रामीण ड़रे हैं।
अफसरों का जवाब- बारिश के बहाव से रेनकट हुआ
बारिश की वजह से रेनकट हो गया था। इसकी जानकारी जैसे ही मिली रिपेयर करा दिया था। ये नॉर्मल है, चिंता की बात नहीं है।
मुनेन्द्र गुप्ता, एसडीओ, जल संसाधन विभाग
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