नागदा (उज्जैन)25 मिनट पहले
देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत का तीसरा रैक ट्रैक पर उतर चुका है। कोटा-नागदा ट्रैक पर इसका ट्रायल चल रहा है। ट्रेन को 120km से 180km प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाया गया। 26 अगस्त से शुरू हुआ ट्रायल 6 सितंबर तक चलेगा।
रेल मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने ट्रेन के ट्रायल के दौरान का VIDEO सोशल मीडिया पर शेयर कर लिखा- सुपीरियर राइड क्वालिटी। गिलास देखो, 180km की स्पीड पर भी स्थिर है…।
24 अगस्त को कोटा स्टेशन पर स्पीड ट्रायल के लिए वंदे भारत ट्रेन का रैक पहुंचा था। ट्रेन की शुरुआत में जांच के दौरान वॉशिंग पिट में धुलाई और सफाई की गई। सभी इंस्ट्रूमेंट और पैनल की भी जांच की गई। ट्रेन का ट्रायल आरडीएसओ, लखनऊ टीम की मौजूदगी में हुआ।
ट्रैक पर कई जगह 180km की स्पीड
पश्चिम मध्य रेल (जबलपुर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राहुल श्रीवास्तव ने बताया, पहले फेस का ट्रायल कोटा और घाटका बराना के बीच, दूसरा घाटका बराना और कोटा, तीसरा कुर्लासी और रामगंज मंडी के बीच डाउन लाइन पर नॉन-रिकॉर्डिंग किया गया। चौथा और पांचवां ट्रायल कुर्लासी और रामगंज मंडी के बीच डाउन लाइन पर, 6वां ट्रायल रामगंजमंडी और लबान डाउन लाइन पर हुआ। ट्रैक पर कई जगह स्पीड की सुई ने 180km की स्पीड को टच किया।
ये फेसिलिटीज बनाती हैं खास…
फिलहाल नई दिल्ली-वाराणसी या नई दिल्ली-कटरा के बीच वंदे भारत ट्रेन चल रही है। इसमें GPS, CCTV कैमरे, वैक्यूम बेस्ड बायो टॉयलेट, ऑटोमैटिक स्लाइडिंग डोर और हर कोच में चार इमरजेंसी पुश बटन दिए गए हैं। एक्जीक्यूटिव कोच की सीटें 180 डिग्री तक घूम सकती हैं। ठीक वैसे ही जैसे विस्टाडोम की सीट घूमती है।
खान-पान टिकट में ही शामिल…
ट्रेन में मिलने वाले खानपान के दाम इसके टिकट में ही शामिल होते हैं। वंदे भारत पूरी तरह से मेड इन इंडिया है। ट्रेन में सेल्फ प्रोपेल्ड इंजन है। यानी अलग से इंजन लगा हुआ नहीं होता।
दोनों तरफ होते हैं ड्राइवर केबिन
वंदे भारत ट्रेन को शताब्दी के विकल्प के तौर पर लाया जा रहा है। हालांकि, इसके लिए इसके मुफीद ट्रैक और ग्रीन सिग्नल की जरूरत होती है। नई वंदे भारत में 16 कोचों के साथ शताब्दी एक्सप्रेस के समान यात्री ले जाने की कैपेसिटी होगी। ट्रेन के दोनों कॉर्नर पर ड्राइवर केबिन हैं। ट्रेन पूरी तरह एयर कंडीशन है।
मुंबई-अहमदाबाद रूट पर चलाई जा सकती है तीसरी ‘वंदे भारत’
ट्रेन 220 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ सकती है। लेकिन इसके लिए अभी देश में ट्रैक उपलब्ध नहीं है। आने वाले दिनों में देश में 75 वंदे भारत ट्रेनों को चलाए जाने योजना है। अभी यह जानकारी सामने नहीं आई है कि तीसरी वंदे भारत ट्रेन किस रूट पर चलाई जाएगी। लेकिन उम्मीद की जा रही है कि यह मुंबई-अहमदाबाद रूट पर चलाई जा सकती है।
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