मंत्री सिंधिया के सामने फूट-फूटकर रोई महिलाएं: बोली नेता आते हैं झूठा दिलासा देकर चले जाते हैं, आप आए हो तो कुछ राहत दिलवा दो

मुरैनाएक घंटा पहले

सरकार, नेता आते हैं और झूठ-मूठ का दिलासा देकर चले जाते हैं। बाढ़ में घर-बार सब बर्बाद हो गया। अब, तो हर साल का यही रोना है। घर के लिए ऊंचाई पर जगह दिलवा दो, कब तक बर्बाद होंगे। यह कहते हुए नीबरीपुरा गांव की महिला रोने लगी तो नागरिक व उड्‌डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उसके सिर पर हाथ रखकर कहा, आप लोग चिंता न करें, अब हम आ गए हैं। बता दें, मंत्री सिंधिया शनिवार को मुरैना के कुथियाना व बीलपुर स्थित बाढ़ पीड़ितों से मिलने पहुंचे। जैसे ही वे उनके पास पहुंचे तो महिलाएं व लड़कियां उन्हें देखकर जोर-जोर से रोने लगीं। सिंधिया ने उनसे कहा कि रोओ मत, अब हम आ गए हैं, आप लोगों को चिंता करने की कोई जरुरत नहीं है। हम जानते हैं कि, आप लोगों ने बहुत परेशानी उठाई है।

बाढ़ पीड़ित महिला से बात करते मंत्री सिंधिया

बाढ़ पीड़ित महिला से बात करते मंत्री सिंधिया

हर साल बर्बाद होती हमारी घर-गृहस्थीमहिलाओं ने रोते हुए मंत्री सिंधिया को बताया कि हर साल उनकी घर-गृहस्थी बाढ़ में बर्बाद होती है। अब, भी अगर उनकी सुनवाई नहीं होती है तो उनका मरना तय है। उन्होंने मंत्री सिंधिया से हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाते हुए कहा कि उन्हें ऊंची जगह पर घर बनाने के लिए जगह दी जाए जिससे उनका व उनके बच्चों का जीवन बच सके।घर-बार सब डूबा, अब रोटी की समस्याग्रामीणों ने मंत्री सिंधिया से कहा कि घर-बार, गृहस्थी, अनाज, मवेशी सब बाढ़ की भेंट चढ़ गया। अब उनके पास खाने को लाले हैं। उनके सामने रोटी की समस्या है। कैसे अपने व अपने परिवार का पेट पालेंगे।

पीड़ितों की सुनते मंत्री सिंधिया

पीड़ितों की सुनते मंत्री सिंधिया

रात-रात भर नहीं आती नींद, कैसे कटेगी जिंदगीमहिलाओं ने मंत्री से कहा कि उन्हें रात में नींद नहीं आती। सोच-सोचकर अपने घर का ध्यान आता है। सब कुछ बर्बाद हो गया। अब अपनी व अपने बच्चों की जिंदगी कैसे कटेगी, यह सोचकर रोना आता है।नीबरीपुरा गांव के लोग पहले होंगे विस्थापितमंत्री सिंधिया ने मौके पर मौजूद कलेक्टर से कहा कि सबसे पहले नीबरीपुरा गांव के लोगों को विस्थापित करें। इसकी रुपरेखा बनाएं और फाइल बनाकर सरकार के पास भेजें।

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