शंकर दयाल शर्मा की 104वीं जयंती: भोपाल के रहने वाले थे पूर्व राष्ट्रपति, रविंद्र भवन में संगीतमय शाम का किया गया आयोजन

भोपाल41 मिनट पहले

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भारत के नौंवे राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा की 104वीं जयंती मनाने के लिए भोपाल के रविंद्र भवन में ‘वो जब याद आए, बहुत याद आए’ प्रोग्राम का आयोजन किया गया। उनका जन्मदिन 19 अगस्त को होता है। यहां मध्य प्रदेश के कई जाने माने गायकों ने सदाबहार गीतों की प्रस्तुति दी। नारकोटिक्स कमिश्नर ऑफ इंडिया राजेश फतेहसिंह ढाबरे कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि और कलाकार के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित रहे। मगर तबियत खराब होने के चलते ज्यादा लंबी प्रस्तुती नहीं दे सकें। हांलाकि कार्यक्रम की पहली प्रस्तुति उन्होंने वो जब याद आए, बहुत याद आए गाने से की।

कार्यक्रम की शुरूआत नारकोटिक्स कमिश्नर ऑफ इंडिया राजेश फतेहसिंह ढाबरे ने की।

कार्यक्रम की शुरूआत नारकोटिक्स कमिश्नर ऑफ इंडिया राजेश फतेहसिंह ढाबरे ने की।

कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलन के साथ की गई। सभी अतिथियों और सीनियर कलाकारों ने सरस्वती मां और डॉ शंकर दयाल शर्मा की तस्वीर के आगे दिया जलाया। इस दौरान डॉ. विनोद गुप्ता मंच का संचालन कर रहे थे। इसके बाद स्टेज पर प्रस्तुति देने का दौर शुरू हुआ।

सबसे कम उम्र के पार्षद देवांशू कसाना और उमा भारती के निजी सचिव उमेश गर्ग भी इस प्रोग्राम में अतिथि के रूप में शामिल रहे।

भोपाल स्टेट के मुख्यमंत्री रह चुके हैं शंकर दयाल

डॉ शंकर दयाल शर्मा का भोपाल विलिनिकरण आंदोलन में अहम योगदान रहा। भोपाल के भारत में मिलने के बाद इन्हें भोपाल का मुख्यमंत्री बनाया गया। इसके अलावा डॉ शंकर दयाल ने देश के नौवें राष्ट्रपति के रूप में भी काम किया है। इसके अलावा वे देश के 8वें उप-राष्ट्रपति भी चुने गए थे।

पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा।

पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा।

भोपाल के मध्य प्रदेश का हिस्सा बनने के बाद डॉ शंकर दयाल ने राज्य कैबिनेट की कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाली। केंद्र सरकार में भी वे संचार मंत्री रहे।

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