इंदौर के ब्लाइंड इंजीनियर को 50 लाख का पैकेज: कोडिंग स्पीड देख चौंकी माइक्रोसॉफ्ट की लीडरशिप; पिता बेचते हैं नाश्ता

इंदौर10 मिनट पहलेलेखक: अभिषेक दुबे

एसजीएसआईटीएस इंदौर के कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभाग के एक स्टूडेंट को माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने 50 लाख रुपए का पैकेज ऑफर किया है। कंपनी ने यह पैकेज एयरपोर्ट रोड पर रहने वाले यश सोनकिया को ऑफर किया है। खास बात यह है कि यश 100 प्रतिशत यानी पूरी तरह से ब्लाइंड है। वे प्रदेश के पहले से ब्लाइंड इंजीनियर स्टूडेंट है जिन्हें माइक्रोसॉफ्ट ने 50 लाख रुपए का पैकेज दिया है। यश ने साल 2021 में 7.2 सीजीपीए से कंप्यूटर साइंस की डिग्री हासिल की है।

यश सोनकिया के पिता यशपाल सोनकिया ने बताया कि 25 साल पहले जब बेटे का जन्म हुआ था तब मेरा परिवार बहुत खुश था। लेकिन यह खुशी सिर्फ एक दिन ही रह पाई, जब दूसरे दिन यह पता चला की बेटे को ग्लूकोमा की बिमारी है और वह देख नहीं सकता है। इसके बाद हमने बेटे का लगातार इलाज कराया, इस दौरान उसके 8 ऑपरेशन हए। लेकिन 8 साल की उम्र में आंखों पर प्रेशर बढ़ने से आंखों की रोशनी पूरी तरह खत्म हो गई। जब पहली बार 2004 में डॉक्टरों ने हमें कह दिया कि आपका बेटा कभी नहीं देख पाएगा। लेकिन आज मेरा परिवार बहुत खुश है क्योंकि बेटे का प्लेसमेंट दुनिया की दिग्गज आईटी कंपनी में हुआ है।

यश सोनकिया। माइक्रोसॉफ्ट ने इन्हें बैंगलुरु कैंपस में प्लेसमेंट दिया है।

यश सोनकिया। माइक्रोसॉफ्ट ने इन्हें बैंगलुरु कैंपस में प्लेसमेंट दिया है।

तीन ऑफलाइन और एक ऑनलाइन इंटरव्यू के बाद हुआ सिलेक्शन

यश सोनकिया ने बताया कि उनका प्लेसमेंट माइक्रोसॉफ्ट बैंगलुरु कैंपस के लिए हुआ है। प्लेसमेंट की प्रकिया अप्रेल माह में शुरू हुई थी। अप्रेल-मई माह में ऑफलाइन इंटरव्यू के तीन राउंड हुए। इसके बाद फाइनल राउंड ऑनलाइन हुआ। इंटरव्यू पूरी तरह से कोडिंग पर बेस्ड था। मेरा सिलेक्शन ओपन कैंपस प्लेसमेंट के तहत हुआ है। कंपनी ने शुरूआत में तो अभी वर्क फॉर होम ही काम करने की बात कही है।

माइक्रोसॉफ्ट से जॉब ऑफर मिलने पर यश की मां और पिता ने तिलक लगाकर मुंह मीठा कराया।

माइक्रोसॉफ्ट से जॉब ऑफर मिलने पर यश की मां और पिता ने तिलक लगाकर मुंह मीठा कराया।

बचपन में ही सोच लिया था इंजीनियर बनना हैयश ने बताया कि शुरूआत में तो मैं नॉर्मल स्कूल में था, लेकिन जब आंखों की रोशनी पूरी तरह से चली गई तो पापा ने ब्लाइंड स्कूल में भर्ती कराया, मैंने तब ही सोच लिया था की मुझे बड़े होकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना है। मुझे बचपन से ही टेक्नोलॉजी में दिलचस्पी रही है। इसमें दुनिया भर के लाखों लोगों के जीवन को बदलने और प्रभावित करने की क्षमता है।

SGSITS से यश सोनकिया ने सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है।

SGSITS से यश सोनकिया ने सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है।

स्क्रीन रीडिंग की मदद से करते हैं कोडिंगयश ने बताया कि वह एसजीएसआईटीएस से 2021 में पास आउट हो चुके हैं। यह उनकी पहली ज्वाइनिंग है। यश स्क्रीन रीडर सॉफ्टवेयर की मदद से कोडिंग करते हैं। यश ने बताया कि इस रीडर की मदद से वह की बोर्ड के जरिए पूरे कम्प्यूटर को ऑपरेट करते हैं। जिससे वह आसानी से कोडिंग भी कर लेते हैं।

यश काे SGSITS के डायरेक्टर और प्रोफेसर्स ने मिठाई खिलाई।

यश काे SGSITS के डायरेक्टर और प्रोफेसर्स ने मिठाई खिलाई।

जॉब का सपना देखा था वह पूरा कर लियायश ने बताया कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ही कंपनियों की लिस्ट तैयार कर ली थी, जिसमें उन्हें जॉब करना थी। माइक्रोसॉफ्ट भी उस लिस्ट में शामिल थी। यश ने बताया कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई से लेकर जॉब तक उनके दोस्तों ने उनकी बहुत मदद की है। दोस्तों की मदद और यू-ट्यूब के जरिए ही मैंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की है।

ये हैं यश के पिता यशपाल सोनकिया। वे जिला कोर्ट के पास नाश्ते की दुकान लगाते हैं। यश की मां हाउस वाइफ हैं।

ये हैं यश के पिता यशपाल सोनकिया। वे जिला कोर्ट के पास नाश्ते की दुकान लगाते हैं। यश की मां हाउस वाइफ हैं।

पिता की नाश्ते की दुकानयश सोनकिया के पिता की जिला कोर्ट के पास नाश्ते की दुकान है। यश की मम्मी हाउस वाइफ है। घर में यश के अलावा उनका एक छोटा भाई और बहन भी है। यश की माता योगिता सोनकिया ने बताया कि बेटे का सपना था कि उसकी एक अच्छी बड़ी कंपनी में जॉब होना चाहिए, आज उसका यह सपना भी पूरा हो गया है।

50 लाख का पैकेज पाने वाले पहले स्टूडेंटयश सोनकिया कॉलेज के पहले ऐसे स्टूडेंट है जिन्हें 50 लाख रुपए का पैकेज ऑफर किया गया है। यश से पहले एक स्टूडेंट को 44 लाख रुपए के पैकेज पर प्लेसमेंट हो चुका हैं। वहीं पिछले 5 सालों में कंपनियां 44 लाख रुपए का अधिकतम और 14.50 लाख रुपए औसत का पैकेज कॉलेज के स्टूडेंट को ऑफर कर चुकी हैं। यश प्रदेश का पहला ऐसा ब्लाइंड इंजीनियर स्टूडेंट है जिसको माइक्रोसॉफ्ट ने 50 लाख रुपए का पैकेज ऑफर किया है।आरके सक्सेना, डायरेक्टर, एसजीएसआईटीएस

IIT-IIM का औसत पैकेज 25 लाख तक- इंदौर में आईआईटी इंदौर में 2020-21 में औसत पैकेज 25 लाख रुपए था। वहीं आईआईएम इंदौर में 23.6 लाख रुपए औसत पैकेज मिला था।- इंदौर के 22 प्रतिशत स्टूडेंट माइक्रोसॉफ्ट, 19 प्रतिशत अमेजन, 11 प्रतिशत आईबीएम, 7 प्रतिशत गूगल, 15 प्रतिशत टीसीएस, इंफोबिंस, इम्पेटस, 16 प्रतिशत इंटेल, राकुटेन, ओरेकल, एटलाजियन और 10 प्रतिशत अन्य कंपनियों में काम कर रहे हैं।- एसजीएसआईटीएस में पिछले 5 साल में कंपनियां 44 लाख रुपए का अधिकतम और 14.50 लाख रुपए औसत का पैकेज स्टूडेंट को ऑफर कर चुकी हैं।

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