सागर12 मिनट पहलेलेखक: जितेंद्र तिवारी
मध्यप्रदेश के सागर शहर में ऐसी दहशत है कि एसपी-कलेक्टर से लेकर सरकार के भी होश उड़ गए हैं। गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने सागर एसपी तरुण नायक से बात की। शहर के सभी थानों के 250 से अधिक पुलिसकर्मियों को अलर्ट पर रखा गया है। इस दहशत की वजह है- सिरफिरा सीरियल किलर। इसके निशाने पर हैं चौकीदार। ये 4 दिन में 3 चौकीदारों का मर्डर कर चुका है, जबकि एक मर्डर चार महीने पुराना है। यानी चार चौकीदारों की हत्या कर चुका है।
हत्या का पैटर्न एक जैसा है। सीरियल किलर रात में ड्यूटी के दौरान सोते मिलने वाले चौकीदारों को मौत के घाट उतार रहा है। इस वारदात से जुड़ा एक फुटेज सामने आया है। फुटेज में संदिग्ध दौड़ लगाता नजर आ रहा है। आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस ने शहर में नाकाबंदी कर दी है। सभी थानों के स्टाफ और स्पेशल पुलिस की टीमें मैदान में उतार दी गई हैं। इस सीरियल किलर को पकड़ने के लिए पुलिस ने 15 टीमों का गठन किया है। आरोपी का स्कैच जारी होने के बाद पुलिस के पास शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में संदिग्ध के नजर आने संबंधी जानकारियां आ रही हैं। संदिग्ध सीरियल किलर के इंद्रानगर में भी देखे जाने की बात सामने आई है। अब तक की जांच में पुलिस के हाथ आरोपी से जुड़ा कोई भी अहम सुराग नहीं मिला है। सिर्फ सीसीटीवी फुटेज और स्कैच के भरोसे पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है। भास्कर ने इन वारदातों का पड़ताल की तो कुछ समानताएं सामने आईं।
हत्या की 4 वारदातों में जानिए क्या है समानता
आरोपी ने सभी वारदातों को अंजाम देने के लिए रात 12 से सुबह 4 बजे के बीच का समय चुना।आरोपी अपने साथ हथियार लेकर नहीं आता। मौके पर जो कुछ भी मिलता है, उसी से हत्या कर रहा है।सीरियल किलर ड्यूटी के समय सोते मिलने वाले चौकीदारों पर ही हमला कर रहा है।उसने सभी चौकीदारों के सिर पर वार कर हत्या की है।आरोपी ने 40 से 60 साल की उम्र के बीच के चौकीदारों को ही निशाना बनाया है।
हत्याओं के पीछे की वजह क्या हो सकती है?सीरियल किलर लगातार ड्यूटी पर सोते मिलने वाले चौकीदारों पर हमला कर मौत के घाट उतार रहा है। आरोपी ऐसा क्यों कर रहा है, अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है। हालांकि, वारदातों को देख अंदाजा लगाया जा रहा है कि चौकीदारों से कोई निजी दुश्मनी के चलते ही वो घटना को अंजाम दे रहा है या फिर आरोपी मानसिक रोगी है। एसपी नायक ने कहा कि अभी हत्याओं के पीछे की वजह पर कुछ नहीं कहा जा सकता। तीनों ही मामलों में टीमें काम कर रही हैं। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही हत्याओं के पीछे का कारण सामने आ सकेगा।
एसपी तरुण नायक ने बताया कि इन हत्याओं की जांच की जा रही है। कुछ साक्ष्य मिले हैं, जिनके आधार पर आरोपी की तलाश की जा रही है। हालांकि, पुलिस अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है। शहर के लोगों को यदि कोई संदिग्ध नजर आता है, तो तत्काल पुलिस को सूचना दें। शहर में नाइट गश्त बढ़ाई गई है। चार महीने पहले मकरोनिया थाना क्षेत्र में हुई चौकीदार की हत्या का मामला इन वारदातों से अलग है। उसमें कुछ साक्ष्य मिले हैं। जिन पर जांच की जा रही है।
किलर का हत्या करने के पीछे का मकसद क्या हो सकता है?
सभी हत्याओं में आरोपी का मकसद सिर्फ हत्या करना ही लग रहा है, क्योंकि आरोपी ने वारदात को अंजाम देने के बाद लूटपाट नहीं की है। मृतकों के जेब से न तो पैसे गायब हुए हैं और न ही कोई अन्य कीमती सामान। आरोपी सिर्फ मोबाइल लेकर चला जाता है। भैंसा और सिविल लाइन थाना क्षेत्र की वारदातों में आरोपी मृतकों के मोबाइल साथ लेकर गया था। कैंट थाना क्षेत्र की घटना में मृतक चौकीदार का मोबाइल सिविल लाइन थाना क्षेत्र के कॉलेज परिसर में हुई चौकीदार की हत्या के बाद शव के पास से बरामद हो चुका है। मामले में पुलिस वारदातों की कड़ियां जोड़ने में लगी हुई है।
सीरियल किलर को पकड़ने के लिए पुलिस ने अब तक ये कदम उठाए
सीएसपी शहर के नेतृत्व में 15 से अधिक टीमें गठित कर जांच में लगाई गईं।थाना कैंट, मोतीनगर और सिविल लाइन की अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं।नाइट गश्त में वर्दी और सिविल ड्रेस में पुलिस पार्टियां शहर में तैनात की गई हैं।शहर के सभी थाना प्रभारियों को संभावित और संदिग्ध आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगाया गया है।सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने के लिए टीमें लगाई गई हैं, जो वारदातस्थल के आसपास और शहर के सरकारी और निजी कैमरों के फुटेज खंगाल रही हैं।साइबर सेल की टीम वारदात स्थलों से तकनीकी जानकारी जुटा रही है।शहर के संभावित सुनसान स्थान और ढाबे आदि जहां खाना मिलने की संभावना है, उन स्थानों पर चेकिंग की जा रही है।पुलिस ने अपना मुखबिर तंत्र सक्रिय किया है।संदिग्ध दिखने की सूचना पर मोतीनगर क्षेत्र में जंगल में रातभर सर्चिंग की गई है।
पुलिस ने एडवाइजरी जारी की, 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषितकिसी भी शासकीय, प्राइवेट कार्यालय, स्थान, स्कूल, कॉलेज, एटीएम, बैंक, क्रैशर, निर्माणाधीन भवन और अन्य व्यवसायिक स्थल आदि स्थानों पर कार्यरत चौकीदार, गार्ड आदि जो रात्रि में खुले कमरे, स्थान पर रहते हैं, उन्हें सागर पुलिस ने सचेत किया है। रात के समय ड्यूटी के दौरान सोएं नहीं और सतर्क रहें। किसी भी प्रकार का संदिग्ध व्यक्ति नजर आता है तो तत्काल पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दें। कोई भी व्यक्ति वारदातों से संबंधित व संदिग्ध के संबंध में मोबाइल नंबर 7587600051 और 9479997610 पर सूचना दे सकता है। एसपी तरुण नायक ने आरोपी के संबंध में जानकारी देने और गिरफ्तार कराने वाले को 10-10 हजार रुपए कुल 30 हजार का इनाम घोषित किया है। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा।
चौकीदार शंभूदयाल की मौत पर विलाप करता हुआ परिवार।
बेटा बोला- पिता चौकीदारी कर चलाते थे घरसिविल लाइन थाना क्षेत्र के आर्ट एण्ड कॉमर्स कॉलेज परिसर में 29 अगस्त की रात चौकीदार शंभूदयाल दुबे उम्र 60 साल निवासी आनंद नगर मकरोनिया की सोते समय सिर पर पत्थर पटककर हत्या की गई थी। मामले में मृतक के बेटे राहुल दुबे ने बताया कि पिता करीब 6 वर्षों से कॉलेज में चौकीदारी कर रहे थे। वे रात करीब 9 बजे घर से जाते थे और सुबह आ जाते थे। ड्यूटी के दौरान ही उनकी हत्या कर दी गई। पिता ही चौकीदारी कर परिवार चलाते थे। परिवार में दो भाई, एक बहन और मां है। पुलिस आरोपी को जल्द पकड़े और सख्त सजा दिलाए। राहुल ने कहा कि पिता की परिवार का पालन-पोषण करते थे। लेकिन उनकी मौत के बाद परिवार पर संकट आ गया है। प्रशासन परिवार की मदद करे। घर में मां का रो-रोकर बुरा हाल है।
MP में सीरियल किलिंग का ये तीसरा मामला…
मंडीदीप के टेलर खामरा ने किए थे 34 मर्डर
मध्यप्रदेश में सीरियल किलिंग का ये तीसरा मामला है। इससे पहले पुलिस ने सीरियल किलर आदेश खामरा को 2018 में अरेस्ट किया था। आदेश के निशाने पर ट्रक ड्राइवर और क्लीनर्स थे। उसने 6 राज्यों में 34 ट्रक ड्राइवर की हत्या की थी। आदेश खामरा का पता लगाने में पुलिस को 10 साल लग गए। उसकी छवि एक फैमिली मैन की थी, जिसे देखकर कोई नहीं कह पाएगा कि आदेश किसी को छोटी सी चोट भी पहुंचा सकता है। वह पड़ोसी या किसी की मदद करने की बात कहकर घर से निकलता था और रात में एक ट्रक ड्राइवर को मौत के घाट उतार देता।
सीरियल किलर आदेश खामरा ने 34 ट्रक ड्राइवर और क्लीनर्स की हत्या की थी, जिसे 2018 में गिरफ्तार कर लिया गया था। उसने 6 राज्यों में 34 ट्रक ड्राइवर की हत्या की थी।
खामरा के साथ पूर्व मंत्री का भतीजा था मददगार
कांग्रेस के पूर्व मंत्री केपी सिंह का भतीजा योगेंद्र प्रताप सिंह उर्फ राजाजी भी सीरियल किलर आदेश खामरा का मददगार रहा है। गुना पुलिस ने तीन ड्राइवर-क्लीनर की हत्या के आरोप में आदेश के साथ योगेंद्र समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया था। आदेश ने 2012 में पोकलेन मशीन और ट्रक लूटकर तीन लोगों को जहर देकर मार डाला था। फिलहाल सभी आरोपी जमानत पर रिहा हैं।
ग्वालियर का साहब सिंह कराता था ट्रकों के सौदे
पुरानी छावनी इलाके का साहब सिंह सीरियल किलर खामरा द्वारा लूटे गए ट्रकों के सौदे करवाता था। वह उन्हें नशीली दवाएं भी सप्लाय करता था। दो दिन से ग्वालियर में डेरा डाले भोपाल पुलिस इस मामले में साहब सिंह के अलावा बाबू नाम के शख्स के बारे में पड़ताल कर रही है। पुलिस ने बल्ली नाम के एक बदमाश को भी पकड़ा है। वह लगातार साहब सिंह के संपर्क में था।
खामरा ने भोपाल के 11 मील पर लूटा था पहला ट्रक
आदेश खामरा अपराध शुरू करने से पहले तक आदेश टेलरिंग ही करता था। इसमें इतनी इनकम नहीं होती थी कि परिवार का खर्च अच्छे से चल सके। आपराधिक प्रवृत्ति के दोस्तों के संपर्क में आकर आदेश ने पहला ट्रक वर्ष 2007 में मिसरोद स्थित 11 मील से लूटा था। इसमें किसी को मारा नहीं। पहली हत्या उसने वर्ष 2008 में सिवनी से लूटे गए ट्रक के ड्राइवर-क्लीनर की की थी। इन मामलों में उसे ईजी मनी मिलती रही, इसलिए वह लगातार बेकसूरों का कत्ल करता चला गया।
भोपाल में 12वीं पास सीरियल किलर ने मां-बाप और प्रेमिका की हत्या की थी
पुलिस के साथ भोपाल के साकेत नगर स्थित अपने मकान से आकांक्षा का शव उदयन उठाकर घर से बाहर लाया था। -फाइल फोटो
भोपाल के साकेत नगर में रहने वाले उदयन दास ने 3 हत्याएं की थी। 12वीं पास उदयन ने रायपुर में 2010 में अपनी मां इंद्राणी और पिता वीके दास की हत्या कर दफन कर दिया था। दोनों के शव घर के गार्डन में दफन किए थे। इसके बाद 15 जुलाई 2016 की सुबह भोपाल में लिव इन पार्टनर आकांक्षा (28) की गला घोंटकर हत्या कर दी। आकांक्षा का शव उसने साकेत नगर स्थित घर में दफन कर चबूतरा बनवा दिया था। आकांक्षा कोलकाता की रहने वाली थी। उदयन ने इन तीनों के नाम के फेसबुक अकाउंट को चालू रखा था। वो खुद ही- कैसे हो बेटा और जानू नाम से पोस्ट करता था। कोलकाता की बांकुरा पुलिस ने उदयन के खिलाफ 30 अप्रैल 2017 को केस डायरी समेत करीब 600 पेज की चार्जशीट अदालत में पेश की थी। 19 गवाहों के बयान और सभी साक्ष्यों के आधार पर उसे उम्र कैद की सजा मिली थी।
साइकोपैथी पर्सनॉलिटी डिसऑर्डर का शिकार था उदयन
उदयन ने खुद ही पुलिस को रायपुर के अपने पुराने मकान में ले जाकर माता-पिता को दफनाने वाली जगह बताई। -फाइल फोटो
उस दौरान क्लिनकल साइक्लोजिस्ट ने उदयन दास का केस बिल्कुल चार्ल्स शोभराज जैसा बताया था। चार्ल्स शोभराज को एशिया का सबसे बड़ा सीरियल किलर कहा जाता है। वह भी साइकोपैथी पर्सनॉलिटी डिसऑर्डर का शिकार रहा। उदयन ने एक-एक कर तीन हत्याएं ही नहीं की थी, बल्कि पुलिस से बचने और उनके नाम पर आने वाले पैसों को भी बड़ी चालाकी से निकाल लिया था। बताया जाता है कि उसके दिमाग में बचपन से ही माता-पिता के खिलाफ गुस्सा भर गया था।
सीरियल किलर ने की 4 की हत्या:सागर में ड्यूटी पर सोते मिलने वाले चौकीदार निशाने पर; पुलिस ने स्कैच जारी किया
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