शाजापुर (उज्जैन)8 मिनट पहले
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जिले के पोलायकलां स्थित शासकीय उत्कृष्ट उमावि के प्राचार्य के उत्कृष्ट कार्यों को देखते हुए कलेक्टर दिनेश जैन ने उन्हें जिला मुख्यालय पर सम्मानित किया।
प्राचार्य घनश्याम दीक्षित ने पोलायकलां में पोस्टिंग के उपरांत दृढ़ निश्चय किया कि वे विद्यालय को सुन्दर बनाएंगे। पोलायकलां में जहां विद्यालय भवन बना है, वहां का स्टेटा हार्ड होने की वजह से यहां पेड़-पौधे लगाकर उन्हें बड़ा करना एक चुनौती भरा कार्य है।
इस कार्य को उन्होंने अपने दृढ़ निश्चय के साथ पूरा किया। हरित क्रांति के अन्तर्गत विद्यालय के हार्ड स्टेटा में 1000 पौधों का भली प्रकार रोपण किया गया, जो कि वर्तमान में 30 से 40 फीट की ऊंचाई पर विद्यालय के पर्यावरण को स्वच्छ और संरक्षित कर रहे हैं।
ग्रीष्म काल में पेड़-पौधों को पानी देने हेतु लगभग पचास हजार लीटर जल संग्रहण का टैंक बनाया गया है। विद्यालय में प्रार्थना या अन्य सभा के दौरान बच्चों को धूप में खड़ा होना पड़ता था। उन्होंने
विद्यार्थियों के छाया के लिए डोम बनाने का निश्चय किया। उन्होंने पोलायकलां के गणमान्य नागरिकों से सहयोग प्राप्त करने के साथ ही विद्यालय सदस्यों, छात्र-छात्राओं, पालकों, शाला विकास समिति से जनसहयोग प्राप्त कर तथा कलेक्टर द्वारा जनभागीदारी योजना के तहत दी गई राशि से 120 फीट लम्बा, 64 फीट चौड़ा तथा 20 फीट ऊंचा आडिटोरियम (डोम) का निर्माण कराया गया, जिसकी लागत लगभग 16 लाख 50 हजार रुपए रही।
डोम के भूतल पर पेवर ब्लॉक नगरपरिषद पोलायकलां के सहयोग से किया गया। उत्कृष्ट विद्यालय पोलायकलां राज्य स्तरीय संस्कृत शिक्षकों का प्रशिक्षण केन्द्र भी 6 वर्षों तक रहा है। जिसमें अब तक प्रदेश के 313 विकास खंड हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों के 4500 शिक्षकों ने संस्कृत माध्यम से शिक्षण का प्रशिक्षण प्राप्त किया।
विद्यालय का आकर्षक मुख्य द्वार, शिक्षण कक्षों को सुसज्जित करने के लिए पर्याप्त फर्नीचर, सीसीटीवी कैमरे, दीवार तथा छत की प्लास्टिक पेंट से पुताई, कचरा क्षेपण के लिए प्रत्येक कक्ष में डस्टबीन, आकर्षक गमलों में सुन्दर पौधे की व्यवस्था की गई। वहीं नैतिक शिक्षा युक्त सुभाषित कोटेशन भी लिखवाए गए हैं।
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