Hindi NewsLocalMpBhindComing From Across The Seven Seas, A Member Of The Fourth Generation Built A School In The Memory Of The Ancestors In The Ancestral Village
भिंड10 मिनट पहले
भगवंतपुरा में स्कूल का शुभारंभ करते भिंड कलेक्टर व एनआरआई परिवार
भिंड जिले के अटेर विधानसभा का भगवंतपुरा गांव। यहां से करीब 147 साल पहले एक परिवार कोलकाता पहुंचा। इस परिवार के सदस्य साउथ अफ्रीका में जाकर बस गया। दिल में देश प्रेम व गांव की यादों को समेटे चौथी पीड़ी का परिवार के सदस्यों ने इंटरनेट की मदद से अपने भिंड जिला और फिर अपने गांव को सर्च किया। इसके बाद गांव के बच्चों की पढ़ाई के लिए पूर्वजों की याद में एक स्कूल बनवाया। जिसका शुभारंभ शनिवार को भिंड कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस द्वारा किया गया।
दरअसल, बात 1885 की है। तब देश पराधीन था। अटेर कस्बा बहुत पिछड़ा हुआ था। बताया जाता है कि चंबल की बीहड़ों में दस्यु प्रभावित था। चंबल के अटेर कस्बे के भगवंत पुरा गांव में रहने वाले प्रेमराज महाराज का परिवार प्लासी (कलकत्ता) में शिफ्ट हो गया था। इस परिवार के सदस्य कोलकत्ता से जहाज से साउथ अफ्रीका पहुंचे। यहां परिवार के सदस्यों की याद में भारत का चंबल क्षेत्र यादों में बसा रहा। पीड़ी दर पीड़ी इस परिवार के सदस्य चंबल की बीहड़ों में बसे भगवंतपुरा गांव को याद करते रहे।
स्कूल की शिलालेख।
इस तरह पहुंचे पैतृक गांव
इस परिवार के चौथी पीड़ी के सदस्य सिंधुदेव महाराज व उनके परिवार के सदस्यों की मुलाकात कानपुर के एक युवक से हुई। ये युवक चंबल के क्षेत्र से जुड़ा था। जब सिंधु देव ने उक्त युवक को इंडिया का होना बताया। इसके बाद अपने पैतृक गांव चंबल के भगवंत पुरा गांव की जानकारी दी। इसके बाद गांव को इंटरनेट पर तलाशा। इसके बाद सिंधु देव सीधे भिंड आए और अपने गांव में पिछले छह महीने पहले स्कूल बनवाने की बात स्थानीय लोगों से कही। इस पर गांव वासियों ने मदद की। सिंधु देव ने जमीन को तलाश की। उस जमीन पर एक स्कूल अपने पूर्वजों की याद में बनवा कर गांव को समर्पित किया। इस स्कूल का शुभारंभ फीता काटकर भिंड कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस द्वारा किया गया। इस मौके पर शिक्षा विभाग व अटेर क्षेत्र के अफसर मौजूद रहे।
ये देश प्रेम है
कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस ने कहा की चौथी पीढ़ी में अपने गांव के प्रति अपने देश के प्रति प्रेम की भावना जो इस परिवार ने दिखाई है वह सराहनीय है।खबरें और भी हैं…