नीमच10 मिनट पहले
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आंध्रप्रदेश के आयुष विभाग के कमिश्नर रामलु व औषधीय और सुगंधित पादप बोर्ड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अशोक कुमार ने भाटखेड़ी के प्रगतिशील व नवाचारी किसान कमलाशंकर विश्वकर्मा के खेत पर उद्यानिकी विभाग नीमच के अधिकारियों के साथ विजिट किया और औषधीय पौधों की वाटिका का निरीक्षण किया।
उनके साथ मे जिला उद्यानिकी अधिकारी (पूर्व) सुभाष शर्मा, मनासा खंड उद्यान विस्तार अधिकारी जितेन्द्र धाकड़ व जावद खंड की अधिकारी आरती शर्मा भी साथ रही।
उनके खेत पर कौंच बीज (केमच), वराहीकंद (जटाशंकरी), गिलोय, नीली एवं सफेद अपराजिता, घृतकुमारी (एलोवेरा), कंटकारी, हड़जोड़, हरसिंगार (परिजात), गुड़हल, नागदौन, अपामार्ग (लटजीरा), धतूरा, कनेर, कडुनाय (नामी), शिवलिंगी (पुत्र जीवक वटी), किंकोडा, विधारा की बेल, छोटी व बड़ी दूधी, शतावरी, मूषपर्णी, बहुफली, अतिबला, छोटा गोखरू (शंखेश्वर), कचनार, पलाश, मेहंदी, बेशर्म बेल-बेहया, खैर, अश्वगंधा, आंवला, बहेड़ा, अरंडी, ईमली, नीम, सीताफल आदि औषधियां वर्तमान में उपलब्ध है।
साथ ही उन्होंने बांस मिशन में लगाए गए बांस के खेत का भी भ्रमण किया।
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