शिवपुरी2 घंटे पहले
शासकीय अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास की छात्राएं अपर कलेक्टर के पास छात्रावास की अध्यक्षता की शिकायत लेकर पहुंची। छात्राओं ने छात्रावास की अधीक्षिका राजकुमारी कोली पर आरोप लगाए हैं कि उन्हें भरपेट खाना नहीं दिया जाता है। साथ ही उन्हें रात में पढ़ने भी नहीं दिया जाता है और उनके साथ अभद्रता भी की जाती। छात्रावास की छात्राओं के बयान विभाग के जिला संयोजक ने लेकर उचित कार्रवाई का आश्वासन छात्राओं को दिया है।
जानकारी के अनुसार अनुसूचित जाति सीनियर कन्या छात्रावास में रहकर पढ़ाई करने वाली कई छात्राएं गुरूवार की दोपहर कलेक्ट्रेट पहुंचीं थी। उन्होंने अपर कलेक्टर नीतू माथुर से छात्रावास की अधीक्षिका राजकुमार कोली पर आरोप लगाते हुए बताया कि वह उन्हें न तो भर पेट भोजन दिया जाता हैं ऐसे में उन्हें छात्रावास में भूखा रहना पड़ता है। इसके अलावा जब वह रात को पढ़ती हैं तो लाइट बंद कर दी जाती है और उन्हें पढ़ने नहीं दिया जाता है।
छात्राओं का आरोप था कि जब वह मेडम के पास फोन लगवाने के लिए जाती हैं तो मेडम उनसे कहती हैं कि रोज-रोज क्या बात करती हो? छात्राओं का कहना है कि इसके अलावा जब उनकी छात्रवृति नहीं मिलने पर उन्होंने मेडम से छात्रवृति मांगी तो उनका कहना था कि छात्रवृति का क्या करोगी, बात करने के लिए मोबाइल खरीदोगी क्या? छात्राओं के गंभीर आरोपों को देखते हुए अपर कलेक्टर नीतू माथुर ने आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक महावीर जैन को इस संबंध में छात्राओं की समस्या का निराकरण करने के निर्देश दिए।
जिला संयोजक महावीर जैन ने सभी छात्राओं के बयान कर लिए हैं।निल संयोजक का कहना है कि बयानों के आधार पर उचित कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन वरष्ठि अधिकारियों को भेजा जाएगा। गौरतलब है कि छात्रावास की अधीक्षिका कुमारी कोली पर पूर्व में पोहरी छात्रावास में पदस्थी के दौरान भी छात्राओं को खाना नहीं देने के आरोप लगे थे। तत्समय पोहरी एसडीएम रहीं पल्लवी वैद्य ने छात्रावास पहुंच कर कई दिन से भूखी छात्राओं को खाना खिलाया था।
छात्रावास की अधीक्षिका लगा चुकी है एसडीएम पर गंभीर आरोप
गौरतलब है कि छात्रावास अधीक्षिका राजकुमारी कोली कुछ माह पूर्व ही पिछोर एसडीएम बिजेंद्र यादव आरोप लगाया था कि वह उसे और छात्रावास की छात्राओं को रात में अपने बंगले पर बुलाने के लिए प्रेशर बना रहे हैं। एक दिन एक बाबू उसे बिजेंद्र यादव के बंगले पर ले भी गया था। छात्राओं ने अधीक्षिका को छात्रावास से हटाने की मांग की है।
आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक महावीर जैन का कहना है कि छात्रावास अधीक्षिका राजकुमारी कोली को पूर्व में छात्रावास से आफिस में अटैच कर लिया गया था, लेकिन ऑफिस में गैर शिक्षकीय कार्य होने के कारण उन्हें 29 जुलाई को शिक्षकीय कार्य के लिए आश्रम शाला डबिया स्थानांतरित कर दिया गया है। इसके बाबजूद वह आश्रम शाला डबिया नहीं जा रही हैं जबकि उन्हें रिलीव भी कर दिया गया है और आज छात्रावास की छात्राओं ने छात्रावास की अधीक्षिका पर आरोप लगाए हैं।
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