श्योपुर42 मिनट पहले
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शक्ति की देवी मां दुर्गा की पूजा आराधना का शारदीय नवरात्र पर्व सोमवार से शुरू हो रहा है। हिंदू धर्म में नवरात्र पर्व का विशेष महत्व है। सालभर में कुल चार नवरात्र में चैत्र व शारदीय नवरात्र पर घर – घर देवी मां विराजमान होती हैं। ज्योतिष के अनुसार इस बार शारदीय नवरात्र सोमवार के दिन शुरू होने के कारण दुर्गा माता का वाहन हाथी होगा।
आचार्य दिनेशचंद्र सुरोठिया ने बताया कि इस बार शारदीय नवरात्र पर माता का आगमन और विदाई दोनों ही हाथी की सवारी पर होगी। नवरात्र पर्व की पूर्व संध्या पर रविवार को दुर्गा पांडाल तथा मंदिरों की साज सजावट हुई। नौ दिवसीय नवरात्र पर्व पर मंदिर देवस्थानों पर अखण्ड रामायण पाठ, दुर्गा सप्तशती पाठ के साथ विभिन्न धार्मिक अभिषेक सम्पन्न किए जाएंगे। जंगल में मंगल की प्रतीक दुर्गापुरी के दुर्गा माता मंदिर, बड़ौदा में प्राचीन बड़वासन माता, पनवाड़ा की मां अन्नपूर्णा मंदिर, जाटखेड़ा की पार्वती माता, विजयपुर की कींजरी माता, ओछापुरा की कंकाली माता एवं जवासा की पार्वती माता मंदिर पर दूर दूर से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी।
दुर्गापुरी और पनवाड़ा में सप्तमी तिथि से भक्तों का मेला लगेगा। घटस्थापना पूजा विधि एक आसन पर मिट्टी का बर्तन रखकर उसमें सप्त धान्य बाेएं। फिर कलश के ऊपर आम या अशोक के पत्ते लगाकर कलावा बांधें। इसके बाद कलश के मुंह पर लाल कपड़े में नारियल रख दें और फिर कलावा बांध दें।
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