Hindi NewsLocalMpRatlamRavana Of 51 Feet Became Crooked In Ratlam, After Half An Hour Of Effort, The Effigy Of Ravana Was Burnt By Pouring Petrol
रतलाम4 मिनट पहले
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रावण के पुतले के घटिया निर्माण की पोल खुल गई
रतलाम में दशहरे के मौके पर रावण दहन के आयोजन नगर निगम की भ्रष्ट टेंडर प्रक्रिया की भेंट चढ़ गए। नगर निगम द्वारा बरबड़ स्थित विधायक सभागृह में 31 फिट और पोलोग्राउंड में 51 फीट के रावण के पुतलों का निर्माण करवाया गया था। लेकिन इन रावण के पुत्र को जलाने में नगर निगम के कर्मचारियों को खासी मशक्कत करना पड़ी। अंत में विधायक सभागृह मैदान में रावण के पुतले को नीचे गिरा कर जलाया गया। वहीं, पोलो ग्राउंड में लंबे इंतजार के बाद करीब 10:30 बजे रावण दहन का कार्यक्रम हो सका।
दरअसल पोलोग्राउंड में रावण का पुतला कमजोर स्ट्रक्चर की वजह से एक और झुक गया था। जिसे स्टेडियम में मौजूद दर्शकों ने रावण का पुष्पा लुक भी बताया था। लंबे इंतजार के बाद रात करीब 10:00 बजे भगवान राम और लक्ष्मण की सवारी कार्यक्रम स्थल पहुंची । जिसके बाद रावण को जलाने का प्रयास शुरू किया गया लेकिन रावण के पुतले के घटिया निर्माण की पोल खुल गई और करीब आधे घंटे तक नगर निगम और फायर ब्रिगेड के कर्मचारी पुतले को जलाने का प्रयास करते रहे। जिसके बाद पुतले पर पेट्रोल डालकर जलाया जा सका।
शाम 7:00 बजे से इंतजार करते रहे दर्शक ,आतिशबाजी भी कमजोर
दशहरे के मौके पर पोलो ग्राउंड में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में शामिल होने करीब 15 हजार लोग बड़े उत्साह से रावण दहन देखने पहुंचे थे। लेकिन रावण दहन में हुई लेटलतीफी की वजह से दर्शकों को निराश होकर लौटना पड़ा । आयोजन समिति द्वारा कोई निर्धारित समय नहीं रखे जाने की वजह से रावण दहन रात 10:00 बजे के बाद हो सका। शाम 7:00 बजे से पोलो ग्राउंड में रावण दहन देखने लोग छोटे-छोटे बच्चों के साथ पहुंचे थे। जिन्हें घंटों तक रावण दहन का इंतजार करना पड़ा और अंत में रावण का दहन भी ठीक से नहीं हुआ। नगर निगम द्वारा रंगारंग आतिशबाजी के नाम पर घटिया पटाखे चलाए गए। जिससे आतिशबाजी देखने पहुंचे लोगों को भी निराशा हाथ लगी।
बहरहाल रावण दहन कार्यक्रम के लिए लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी पूरा कार्यक्रम लापरवाही और भ्रष्ट टेंडर प्रक्रिया की भेंट चढ़ गया। वहीं, दूर-दूर से इस आयोजन को देखने पहुंचे दर्शकों को भी निराशा हाथ लगी है।
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