भोपाल36 मिनट पहले
भोपाल में बीपीसीएल की डिपो में इसी टैंकर में धमाका हुआ था।
भोपाल की बकानिया स्थित भारत पेट्रोलियम डिपो में शुक्रवार रात बड़ा हादसा हो गया। यहां फिलिंग पॉइंट पर टैंकर में ईंधन भरते समय विस्फोट हो गया। हादसे में 7 लोग घायल हो गए। इनमें एक कर्मचारी और 6 ड्राइवर और कंडक्टर हैँ। इनमें चार की हालत गंभीर हैं।
पुलिस के अनुसार हादसा रात करीब 7:47 बजे हुआ। यहां फिलिंग पॉइंट नंबर 1 पर 12 हजार लीटर के टैंकर में ईंधन भरा जा रहा था। इसी दौरान टैंकर के एक पार्ट में अचानक जोरदार धमाका हुआ। धमाके के साथ ही आग की लपटें उठने लगीं। बताया जाता है कि टैंकर एचपीसीएल का था। हादसे में दूसरा ट्रक भी क्षतिग्रस्त हो गया। धमाका इतना तेज था कि एयर फैन भी उड़ गया। हादसे में वहीं खड़े टैंकर के 6 ड्राइवर और कंडक्टर झुलस गए। वहीं, एक कर्मचारी भी घायल हो गया।
हादसे में 7 लोग घायल हो गए। सभी को चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ये देखकर तुरंत बीपीसीएल प्रबंधन एक्टिव हो गया। 15 मिनट में आग पर काबू पा लिया गया। सभी को चिरायु अस्पताल ले जाया गया। इनमें 4 की हालत गंभीर है। इन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने फिलिंग पॉइंट को सील कर दिया है। कलेक्टर अविनाश लवानिया भी घायलों को देखने के लिए अस्पताल पहुंचे।
कलेक्टर का कहना है कि घटना की विस्तृत जांच की जाएगी। इसके बाद ही सही कारणों का पता चल पाएगा।
निजी वाहनों से अस्पताल पहुंचायाडिपो में सुरक्षा इंतजामों में लापरवाही भी सामने आई है। हादसे के बाद झुलसे कर्मचारियों को ले जाने के लिए कोई वाहन उपलब्ध नहीं थे। आनन-फानन में गांव से ग्रामीण वाहन लेकर पहुंचे। ग्रामीणों की मदद से झुलसे कर्मचारियों को चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया।
टैंकर में अर्थिंग लूज होने से आग लगने की आशंकामप्र टैंकर वर्कर एसोसिएशन के अध्यक्ष अब्दुल रहमान राजा ने डिपो प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। रहमान का कहना है कि डिपो में रिफलिंग का समय सुबह सात बजे (सूर्योदय) से शाम छह बजे (सूर्यास्त) तक रहता है। भारत पेट्रोलियम मैनेजर ओवर टाइम बढ़ाने के चक्कर में रात दस बजे तक टैंकरों की रिफलिंग करवाते हैं। रात में बिजिविलिटी कम होती है। टैंकर भरते समय प्रापर अर्थिंग का होना जरूरी होता है। शुक्रवार को भी लूज अर्थिंग के कारण ही संभवत हादसा हुआ होगा। यह प्रबंधन की घोर लापरवाही है।
ये लोग हुए घायलसलमान (30), शानू (35), विनोद (37), राजा मियां (40), सिराज (18), छोटेलाल (28), अंतराम (40)।
इसी टैंकर में ईंधन भरते समय ब्लास्ट हुआ था।
निजी वाहनों से अस्पताल पहुंचाया
डिपो में सुरक्षा इंतजामों में लापरवाही भी सामने आई है। हादसे के बाद झुलसे कर्मचारियों को ले जाने के लिए कोई वाहन उपलब्ध नहीं थे। आनन-फानन में गांव से ग्रामीण वाहन लेकर पहुंचे। ग्रामीणों की मदद से झुलसे कर्मचारियों को चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया।
टैंकर में आर्थिंग लूज होने से आग लगने की आशंका
मप्र टैंकर वर्कर एसोसिएशन के अध्यक्ष अब्दुल रहमान राजा ने डिपो प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। रहमान का कहना है कि डिपो में रिफलिंग का समय सुबह सात बजे (सूर्योदय) से शाम छह बजे (सूर्यास्त) तक रहता है। भारत पेट्रोलियम मैनेजर ओवर टाइम बढ़ाने के चक्कर में रात दस बजे तक टैंकरों की रिफलिंग करवाते हैं। रात में बिजिविलिटी कम होती है। टैंकर भरते समय प्रापर अर्थिंग का होना जरूरी होता है। शुक्रवार को भी लूज अर्थिंग के कारण ही संभवत हादसा हुआ होगा। यह प्रबंधन की घोर लापरवाही है।
खबरें और भी हैं…