अंबाहएक घंटा पहले
मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में एक ढाई साल का मासूम अपने मामा की शिकायत करने आधा किलो मीटर पैदल चलकर अंबाह पुलिस थाने पहुंच गया। बच्चे ने पुलिस के सामने उसके मामा की शिकायत की झड़ी लगा दी। उसका कहना था कि मेरी मम्मी मामा के यहां है, मामा मम्मी से लड़ाई करता है और वो मुझे न्योता (दावत) खाने नहीं ले जाता है। पुलिस अंकल उनको आप जेल में डाल दो।
अंबाह थाना प्रभारी ने भी बच्चे का दिल रखने के लिए नाम पूछा तो उसने अपना नाम अरुण बताया। वहीं अपने मामा का नाम लाखन बताया। इसके बाद अंबाह थाना प्रभारी जितेंद्र नगाइच बच्चे को कंप्यूटर कक्ष में एचसीएम के पास लेकर पहुंचे। जहां बच्चे की रिपोर्ट दर्ज करने के लिए हेड कॉन्स्टेबल ने उसी प्रकार से बकायदा बच्चे से सवाल जबाब किए, जैसे एक फरियादी से सवाल जवाब किए। घटनाक्रम शनिवार का है, जिसका वीडियो सामने आया है।
आधा किलो मीटर पैदल चलकर थाने पहुंचा मासूम
टीआई ने बताया कि अरुण अंबाह के भूमिया रोड़ पर रहता है, जो करीब आधा किलो मीटर दूर पैदल चलकर थाने आया। जब वह थाने पहुंचा तो उस समय मैं थाने पर ही मौजूद था। बच्चा सीधे ही मेरे कक्ष में पंहुचा और अपने मामा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की बात कहने लगा। बच्चे की बातों को सुनकर घटनाक्रम का पास बैठे व्यक्ति ने वीडियो बना लिया। आखिर में अंबाह टीआई ने बच्चे के साथ दो आरक्षक साथ भेज कर मामा को जेल भेजने की कह कर उसे घर भिजवाया।
दो पुलिसवालों के साथ भेजा घर
अंबाह थाना प्रभारी जितेंद्र नगाइच ने बताया कि शनिवार को शाम के वक्त मैं थाने पर बैठा हुआ था, तो करीब ढाई साल का एक छोटा बच्चा थाने पर आया और मुझसे कहने लगा कि मेरी रिपोर्ट लिख लो। मैंने उससे पूछा कि किसकी रिपोर्ट लिखनी है, तो वह बोला कि मेरे मामा की रिपोर्ट लिखो। वो मुझे परेशान करता है, मुझे न्यौता (निमंत्रण) खिलाने नहीं ले जाता।
मैंने उससे नाम पूछा तो उसने अपना नाम अरुण बताया और फिर हमनें उसे महसूस कराया कि उसकी रिपोर्ट लिख ली है। बाकायदा उसके साथ दो पुलिस कर्मी भी उसके घर तक भेजे, जो उसे घर तक लेकर गए और उसे उसकी मां के पास छोड़ दिया।
पहले भी आ चुका है ऐसा मामला
बुरहानपुर: अपनी मां की शिकायत लेकर थाने पहुंचा था मासूम
बुरहानपुर के देड़तलाई गांव में भी 3 साल का मासूम अपनी मां की शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंच गया था। यह मासूम अपने पिता के साथ पुलिस चौकी पहुंचा और कहा कि अम्मी को जेल में डाल दो। वो मुझे मारती हैं। बच्चे की बात सुन चौकी प्रभारी को हंसी आ गई। इस मामले में प्रदेश के गृहमंत्री ने बच्चे की मदद की थी। पढ़े पूरी खबर…
खबरें और भी हैं…